लखनऊ: बहुजन समाजवाद पार्टी प्रमुख मायावती ने पेट्रोल- डीजल, रसोई गैस समेत रोजमर्रा की वस्तुओं की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार को घेरा है. साथ ही उन्होंने अपील भी किया है कि केंद्र और राज्य सरकारें इस ओर ध्यान दें. उन्होंने अपील की है कि सरकार सख्त और प्रभावी कदम उठाएं ताकि महंगाई से त्रस्त जनता को राहत मिलें. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ” देश में एक तरफ आए दिन पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस आदि की बढ़ती कीमतों ने तथा वहीं दूसरी तरफ रोजमर्रा की वस्तुओं के बढ़ते हुए दामों से आमजन-जीवन पुरी तरह से अस्त-व्यस्त व त्रस्त. केन्द्र व सभी राज्य सरकारें जनता के राहत हेतु तुरन्त सख्त व प्रभावी कदम उठाएं, बीएसपी की यह मांँग.”
मालूम हो कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के दाम 35 पैसे प्रति लीटर बढ़कर पेट्रोल 104.79 रुपये प्रति लीटर और डीजल 93.53 रुपये प्रति लीटर हो गया है. वहीं भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 34 पैसे प्रति लीटर महंगा होकर 110.75 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है. जबकि डीजल 101.40 रुपये प्रति लीटर मिल रहा हैं.
वहीं पिछले एक साल में रसोई गैस 305.50 रुपये तक महंगा हो चुका है. इस साल 1 सितंबर को 14.2 किलोग्राम के गैर-सब्सिडी रसोई गेस सिलेंडर के दाम में 25 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी. इससे पहले 17 अगस्त को गैस सिलेंडर की कीमतों में 25 रुपये का इजाफा हुआ था. बता दें कि पेट्रोल डीजल और कुकिंग गैस के अलावा भी रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम भी बढ़े हैं. महंगाई के कारण जनता परेशान है. कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण भी बेरोजगारी असीम सीमा पर है. ऐसे में बढ़ती महंगाई के कारण जनता को दोहरी मार मिल रही है.