मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पीएम नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा की पारिवारिक पार्टियां देश को नुकसान पहुंचा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा की हमलोग तो पहले से मान कर चल रहे हैं। पारिवारिक पार्टियों का कोई मतलब है क्या। मुख्यमंत्री ने कहा की आजकल लोग खुद को, अपने परिवार को और बाल बच्चे को किसी को जहां पहुंचाते हैं, उसका कोई मतलब नहीं है। राजनीति से इसका कोई संबंध नहीं होना चाहिए। लेकिन कई दल इसी कदम पर चले गए। उन्होंने कहा की अभी भले कुछ दिन के लिए वह रह जाये, लेकिन कुछ दिन के बाद उनका चलना संभव नहीं होगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना के ज्ञान भवन में आयोजित शपथ ग्रहण के मुख्य समारोह में उन्होंने मौजूद लोगों समेत सभी सरकारी कार्यालयों के अधिकारियों-कर्मियों को शपथ दिलाई है। आज नशा मुक्ति दिवस पर इस कार्यक्रम का आयोजन मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग द्वारा किया गया था। इस कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री के बातों का समर्थन किया है।
बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर सेंट्रल हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी संबोधन था। अपने संबोधन में ‘राजनीति में परिवारवाद’ के सहारे कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां और लालू यादव का नाम लिए बगैर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जमकर घेरा। उन्होंने कहा, ”भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।” हालांकि, पीएम मोदी ने योग्यता के आधार पर एक ही परिवार के कई लोगों के राजनीति में आने को गलत नहीं माना। उन्होंने कहा, ‘योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।’