उत्‍तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने जेवर एयरपोर्ट को एशिया के दूसरे सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है। प्रदेश सरकार ने जेवर एयरपोर्ट के लिए 2,000 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया है। राज्य सरकार ने पहले प्रस्तावित जेवर एयरपोर्ट के रनवे की संख्या को दो से बढ़ाकर छह कर दिया है। यह दुनिया में चौथे और एशिया के दूसरे सबसे बड़े एयरपोर्ट के रूप में विकसित होगा। आइए हम आपको बताते हैं क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया के 10 बड़े एयरपोर्टों के बारे में। इसके साथ यह देश पांच सबसे बड़े व्‍यस्‍त एयरपोर्टों के बारे में जानेंगे।

दुनिया का चौथा व एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा जेवर

उत्‍तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में बनने वाले जेवर एयरपोर्ट क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनेगा। इसके साथ यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एशिया में सबसे बड़ा एयरपोर्ट किंग फहद इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। यह सऊदी अरब में स्थित है। फहद एयरपोर्ट एशिया का ही नहीं दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। इसका कुल क्षेत्रफल 77,66 हेक्‍टेयर है। दुनिया में अभी चौथे नंबर पर अमेरिका का आरलैंडो इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसका क्षेत्रफल 53,83 हेक्‍टेयर है।

जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद आरलैंडो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पांचवें पायदान पर पहुंच जाएगा। जेवर एयरपोर्ट का कुल क्षेत्रफल 6,200 हेक्‍टेयर है। दुनिया में दूसरे नंबर पर अमेरिका का डेनवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसका कुल क्षेत्रफल 13,571 हेक्‍टयर है। तीसरे नंबर पर डलास फोर्ट वर्थ इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। इसका कुल क्षेत्रफल 6,963 हेक्‍टेयर है। 5वें नंबर पर अमेरिका का वाशिंगटन डुलल्‍स इंटरनेशनल एयरपोर्ट है।

जेवर एयरपोर्ट: चार फेज का मास्‍टर प्‍लान

जेवर एयरपोर्ट को डेवलप कर रही कंपनी ने एयरपोर्ट के चार फेज का मास्टर प्लान तैयार किया है। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइंग क्लब की स्थापना की जाएगी। इस एयरपोर्ट के पहले चरण को वर्ष 2024 में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है। इस हवाई अड्डे पर हर साल 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता हो जाएगी। जेवर एयरपोर्ट को नोएडा और दिल्ली से मेट्रो रेल के जरिए कनेक्ट किया जाएगा। इस एयरपोर्ट पर बुलेट ट्रेन का भी स्टेशन होगा।