चला था। जिस गाड़ी में सपा का झंडा, समझो उसके अंदर बैठा जाना पहचाना गुंडा। योगी ने अखिलेश सरकार में दलितों के शोषण का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को भी घेरने की कोशिश की।

सीएम योगी ने आजमगढ़ की सगड़ी तहसील में विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुये जनसभा को भी सम्बोधित किया। करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने बाबा साहेब डा अंबेडकर के नाम पर राजनीति तो की, लेकिन जब भी गरीबों और दलितों पर अत्याचार होता था, तब वे लोग मौन साध लेते थे।

उन्होंने सपा नेता आज़म खां पर निशाना साधा। कहा कि जब आजम खान मंत्री थे, उस समय रामपुर में दलितों को उजाड़ा जा रहा था। तब सपा अत्याचार करा रही थी तब कांग्रेस मौन थी। कांग्रेस ने कुछ नहीं किया। उस वक्त केवल भाजपा ने आंदोलन किया।

गुंडागर्दी की कमर तोड़ी

उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय अराजकता ही उसका पर्याय बन गया था। देश के अंदर एक नारा चला था। जिस गाड़ी में सपा का झंडा, समझो उसके अंदर बैठा जाना पहचाना गुंडा। लेकिन, गुंडागर्दी की कमर तोड़ने का काम हमारी सरकार ने किया है। योगी ने कहा कि सपा के गुंडाराज का सबसे बड़ा भुक्तभोगी आजमगढ़ था। आजमगढ़ के नौजवान जब बाहर जाते थे तो उन्हें धर्मशाला या होटल में कमरा नहीं मिलता था।

कोरोना काल में इंग्लैंड घूम रहे थे

अखिलेश यादव पर हमला करते हुए कहा कि कोरोना काल में आजमगढ़ को लावारिस छोड़ दिया गया। उन्होंने कोरोना काल में अखिलेश के आजमगढ़ के लोगों से दूरी बनाने का आरोप लगाते हुये कहा कि कोरोना काल में मोदी जी देश के लोगों का हालचाल ले रहे थे। मैं भी प्रदेश में लोगों के हालचाल ले रहा था और उस समय आजमगढ़ का तीन बार मैंने दौरा किया। हॉस्पिटल, मेडिकल कॉलेज में जाकर लोगों का हालचाल लिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में आजमगढ़ के सांसद नदारद थे। उनका कहीं पता ही नहीं था। उन्होंने कहा कि एक बार मैंने पूछा भी कि सभी सांसदों का हालचाल लिया जा रहा है, वो (अखिलेश) कहां है, तो पता लगा कि इंग्लैंड गए है। दूसरी बार मालूम किया, तब पता लगा कि वह ऑस्ट्रेलिया गए हैं। आजमगढ़ के लोगों ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जाने के लिए तो उन्हें नहीं चुना था।