यूपी चुनाव के मद्देनजर गुरुवार को चाचा शिवपाल से अखिलेश यादव ने मुलाकात की। करीब डेढ़ घंटे तक बंद कमरे में हुई बातचीत के दौराना दोनों पार्टियों ने गठबंधन पर सहमति जताई। सपा और प्रसपा के बीच गठबंधन तय होने की जानकारी अखिलेश यादव ने फेसबुक और ट्वीटर पर पोस्ट डालकर दी। अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में लिखा, प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी से मुलाकात हुई और गठबंधन की बात तय हुई। क्षेत्रीय दलों को साथ लेने की नीति सपा को निरंतर मजबूत कर रही है और सपा और अन्य सहयोगियों को ऐतिहासिक जीत की ओर ले जा रही है।

आपको बता दें कि गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव से मुलाकात करने पहुंचे थे। सूत्रों के अनुसार अखिलेश दोपहर बाद लखनऊ स्थित शिवपाल के आवास पर मिलने के लिये पहुंचे। दोनों के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। दोनों के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। प्रसपा के एक नेता ने बताया कि अखिलेश के साथ सपा का कोई नेता साथ नहीं है। समझा जाता है कि अखिलेश और शिवपाल ने अर्से बाद हुई इस मुलाकात में एक दूसरे के प्रति गिले शिकवे दूर करने अलावा आगामी चुनाव में सीटों के बंटवारे पर भी विचार विमर्श किया।

शिवपाल अखिलेश संग चुनाव लड़ने की कर चुके हैं पेशकश

यूपी विधानसभा के पिछले चुनाव के समय से ही अखिलेश और शिवपाल के रिश्तों में आई तल्खी का दौर जारी था। हालांकि शिवपाल ने आगामी विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज होने पर पांच साल पुरानी तल्खी को दूर करने की शुरुआती पहल करते हुए अखिलेश से गठबंधन कर चुनाव लड़ने की पेशकश की थी। उन्होंने सपा में प्रसपा के विलय का विकल्प भी खुला रखते हुये कहा था कि अखिलेश को ही आगे की रणनीति के लिये कोई पहल करनी होगी। पिछले कुछ समय से अखिलेश भी शिवपाल की पहल पर सकारात्मक टिप्पणी करते हुये समय आने पर उनसे बात करने की बात कह रहे थे। गौरतलब है कि 2017 में विधानसभा से पहले अखिलेश द्वारा सपा से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद शिवपाल ने प्रसपा का गठन कर चुनाव लड़ा था। इसका सीधा असर सपा के परांपरागत वोटबैंक में बंटवारे के रूप में पड़ा था।