योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में सबसे ज्यादा युवाओं को सरकारी नौकरी देने का दावा किया है। यूपी सरकार के अनुसार वर्ष 2017 से अबतक प्रदेश में युवाओं को साढ़े चार लाख से अधिक सरकारी नौकरी दी गई है। यूपी सरकार ने सरकारी पदों पर नियुक्ति को पारदर्शी बनाया ताकि बिना भेदभाव और भ्रष्टाचार के युवाओं को रोजगार मिल सके। योगी सरकार में विभिन्न आयोगों से भी ढाई लाख से ज्यादा लोगों की भर्ती कर सरकारी नौकरी दी गई।

बेसिक शिक्षा विभाग में विभिन्न पदों पर 125987 से अधिक युवा चयनित हुए हैं। इसके अलावा चिकित्सा शिक्षा में 1112, सहकारिता में 726, नगर विकास में 700, सिंचाई एवं जल संसाधन में 3309, तकनीकी शिक्षा में 365, वित्त विभाग में 614, कृषि विभाग में 2059, आयुष विभाग में 1065, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 28622, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण में 8556 और अन्य विभागों के तहत 8132 से अधिक भर्तियां की गई हैं। वहीं साढ़े तीन लाख से ज्यादा युवाओं को संविदा पर सरकारी नियुक्ति दी गई है। विभिन्न आयोगों से भी सवा लाख से ज्यादा लोगों की भर्ती कर सरकारी नौकरी दी गई।

इसके अलावा योगी सरकार ने युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए हैं। इसके तहत 72 लाख से अधिक नई एमएसएमई इकाइयों को 2 लाख 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण उपलब्ध कराकर लगभग 2.16 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराया है। बड़ी औद्योगिक इकाइयों में भी 3 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। वहीं स्टार्टअप नीति के अन्तर्गत 5 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।