कानपुर के धनकुबैर पीयूष जैन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. डायरेक्टरेट ऑफ़ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) और आयकर विभाग के बाद अब डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने भी इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के ठिकानों से 200 करोड़ कैश के साथ-साथ 23 किलो सोने की ईटें भी बरामद हुई हैं. जिनकी वजह से इस मामले का इंटरनेशनल कनेक्शन भी सामने आ रहा है. क्योंकि पीयूष के घर से बरामद सोना स्विट्जरलैंड की दो कंपनियों का होने की आशंका जताई जा रही है.
स्विट्ज़रलैंड के साथ ही इस मामले में सोने की ईंटों का कनेक्शन दुबई से भी हो सकता है. अब डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीम बरामद की गई सोने की ईटों की जांच में जुटी है. दरअसल, पीयूष जैन ने सोने की ईंटों पर अंकित मैन्युफैक्चरिंग डिटेल को मिटा दिया था. डीआरआई की टीम कन्नौज से हुई बरामदगी को लेकर भी जांच कर रही है.
यही नहीं, डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) की टीमें कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के घर से मिले दस्तावेजों को भी खंगाल रही है. ताकि उसकी संपत्ति से जुड़ी हर एक जानकारी जुटाई जा सके और उसका आंकलन किया जा सके.
प्रवीण जैन के खिलाफ भी कार्रवाई जारी
उधर, सूत्रों से पता चला है कि डायरेक्टरेट ऑफ़ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की एक टीम ने इस मामले से जुड़े ट्रांसपोर्टर प्रवीण जैन का स्टेटमेंट रिकॉर्ड किया है. साथ ही ट्रांसपोर्टर के ऑफिस से 5 पेन ड्राइव और हार्ड डिस्क भी बरामद की है. इसके अलावा वहां से मिले बहुत सारे दस्तावेज और बिल भी सीज किए गए हैं.