उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दूसरे दिन भी मंथन जारी है। सूत्रों के मुताबिक 10 से 15 विधायकों की सीट बदल सकती है और कुछ का टिकट भी कट सकता है। इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने पर बीजेपी कोर ग्रुप के नेताओं की बीच चर्चा हुई है। पार्टी नेताओं की राय है कि अयोध्या हिंदुत्व और विकास दोनों का मॉडल है इसलिए मुख्यमंत्री को वहां से चुनाव लड़ाना चाहिए। इससे अवध क्षेत्र के साथ पूरे प्रदेश में सकारात्मक संदेश जाएगा।
बता दें कि दिल्ली में हुई कोर कमिटी की बैठक में सीएम योगी भी अपने दोनों डिप्टी सीएम के साथ मौजूद थे। पार्टी के एक नेता ने बताया कि दिल्ली में हुई मीटिंग में सीएम योगी आदित्यनाथ किस सीट से चुनाव लड़ेंगे, इस बात को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी नेता ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ को अयोध्या से उतारे जाने से पूरे प्रदेश में हिंदुत्व का संदेश जाएगा। हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ को मथुरा सीट से भी लड़ाए जाने की चर्चाएं थीं।
भाजपा के सांसद हरनाथ यादव ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर मांग की थी कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मथुरा से चुनाव लड़ाया जाना चाहिए। हरनाथ सिंह यादव ने तीन जनवरी को नड्डा को लिखे पत्र में कहा कि पार्टी यदि योगी आदित्यनाथ को मथुरा से चुनाव लड़ाती है तो इससे पूरे प्रदेश और देश की जनता को खुशी होगी।
हरनाथ सिंह यादव ने साथ ही यह उल्लेख भी किया कि खुद मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की है कि पार्टी जहां से कहेगी, वह वहीं से चुनाव लड़ेंगे। यादव ने पत्र में लिखा, ‘‘वैसे तो प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की इच्छा होगी कि योगी आदित्यनाथ उनकी विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ें लेकिन मैं बहुत विनम्र शब्दों में आपसे निवेदन करता हूं कि ब्रज क्षेत्र की जनता की विशेष इच्छा है कि वह भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से चुनाव लड़ें।’’
गोरखपुर से 5 बार सांसद रहे सीएम योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के बड़े चेहरे माने जाते रहे हैं। मठ के बाद अब अयोध्या में उनके आने से भाजपा को एक नया बूस्ट मिल सकता है। पहले ही उन्हें मथुरा या फिर अयोध्या से चुनाव में उतारे जाने की चर्चाएं तेज थीं।