एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जेड प्लस सुरक्षा लेने का गृहमंत्री अमित शाह का आग्रह भी ठुकरा दिया है। ओवैसी पर यूपी में हुए हमले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को संसद में बयान दिया। अमित शाह के आग्रह के बाद भी ओवैसी ने सुरक्षा लेने से इनकार करते हुए इस सीएए के दौरान हुए आंदोलन से जोड़ दिया।

ओवैसी ने कहा कि मेरी जिंदगी उन 22 लोगों से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है, जो सीएए प्रदर्शन के दौरान मारे गए। ओवैसी ने यह भी कहा कि मैं अपने चारों तरफ हथियारबंद लोगों को नहीं चाहता हूं। मैं एक स्वतंत्र पक्षी की तरह हूं और स्वतंत्र रूप से ही जीना चाहता हूं।

अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में गत दिनों असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमले को लेकर सोमवार को राज्यसभा में बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर राज्य सरकार की ओर से एक रिपोर्ट केंद्र को मिली है। ओवैसी पर हमले की घटना के बाद उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। जिसके तहत बुलेट प्रूफ कार के साथ ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे।

शाह ने कहा कि उन्हें मौखिक रूप से सूचना मिली है कि ओवैसी सुरक्षा लेने से इनकार कर रहे हैं, मगर उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्हें तत्काल सुरक्षा ले लेनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी तरह की घटना न हो। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहले भी कई मौकों पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से खतरे के आकलन के आधार पर ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश जारी किए गए हैं। मगर, ओवैसी की ओर से सुरक्षा लेने की अनिच्छा के कारण दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस उन्हें सुरक्षा नहीं दे पाई।

इससे पहले अमित शाह ने अपने बयान में कहा कि तीन फरवरी को शाम करीब 5:20 बजे ओवैसी मेरठ के किठौर से जनसंपर्क कार्यक्रम करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे। उसी दौरान जब उनका काफिला छिजारसी टोल प्लाजा से गुजर रहा था तो दो अज्ञात व्यक्तियों ने काफिले पर गोलियां चलाईं। इस घटना में ओवैसी को काई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन उनके वाहन के निचले हिस्से में तीन गोलियों के निशान देखे गए। तीन लोगों ने इसकी पुष्टि भी की है। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच जारी है।

ओवैसी के कार्यक्रम की पहले से सूचना नहीं थी

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ओवैसी का पूर्व से कोई कार्यक्रम तय नहीं था और न ही उनके आवागमन के बारे में कोई पूर्व सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को दी गई थी। इस मामले में स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो अनधिकृत पिस्तौल और एक कार बरामद की गई है। फॉरेंसिक टीम घटनास्थल और वाहन की गहनता से जांच कर रही है।