कांग्रेस नेता राहुल गांधी का कहना है कि जिस तरह रूस ने यूक्रेन पर अटैक किया है और उसके कुछ इलाकों पर अपना दावा किया है, वैसा ही भारत के खिलाफ चीन भी कर सकता है। जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने यह बात कही। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘रूस का कहना है कि वह यूक्रेन की संप्रभुता को स्वीकार नहीं करता है। वह यूक्रेन के डोनेत्सक और लुहान्सक क्षेत्रों को उसका हिस्सा ही नहीं मानता है। इसी आधार पर रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। आखिर उसका उद्देश्य क्या है। वह यूक्रेन, नाटो और अमेरिका के गठबंधन को तोड़ना चाहता है।’

राहुल गांधी ने कहा कि ठीक यही सिद्धांत चीन भारत पर लागू करना चाहता है। वह कहता है कि लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश भारत के हिस्से नहीं हैं और उसने इन इलाकों के पास अपनी सेना को तैनात कर रखा है। सरकार उसकी इन हरकतों को नजरअंदाज कर रही है। लेकिन हमारे पास रूस और यूक्रेन के तौर पर एक मॉडल है। यह यहां भी लागू हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि वे सच्चाई को स्वीकार कर लें और उसके मुताबिक तैयारियां शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि यदि हम तैयारी नहीं करेंगे तो फिर स्थितियां बिगड़ने पर हम किसी लड़ाई के लिए सक्षम नहीं होंगे।

श्रीलंका के हालात से की तुलना, कहा- यहां भी सामने आएगा सच

यही नहीं इस मौके पर राहुल गांधी ने भारत के हालात की तुलना श्रीलंका से की। उन्होंने कहा कि बीते 2 से 3 सालों में मीडिया, संस्थानों, भाजपा नेताओं और आरएसएस ने सच्चाई को छिपाया है। धीरे-धीरे सच सामने आएगा। आज जो श्रीलंका में हो रहा है, वहां सच सामने आ गया है। भारत में भी सच्चाई सामने आएगी। उन्होंने कहा कि आखिर अंतर क्या है? भारत को अलग-अलग समूहों में बांट दिया गया है। पहले यह एक राष्ट्र हुआ करता था, लेकिन उन्होंने अब अलग-अलग देश इसके अंदर बनाने की कोशिश की है। इन सभी को एक-दूसरे के सामने खड़ा किया जा रहा है। जब यह होता है तो फिर हिंसा होती है। भले ही आज मुझे पर भरोसा न किय़ा जाए, लेकिन 2 से 3 साल के इंतजार के बाद यह नजर आएगा।