भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने पार्टी सदस्यों से ‘स्नेह यात्रा’ करने और समाज के सभी वर्गों तक पहुंचने को कहा। प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को कहा कि सरदार पटेल के ‘एक भारत’ अभियान में हैदराबाद मील का पत्थर, इसे ‘श्रेष्ठ भारत’ बनाना भाजपा का दायित्व है। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक भारत में शासन करने वाली पार्टियां अब गिरावट की ओर हैं। हमें उनका उपहास नहीं करना चाहिए, बल्कि उनकी गलतियों से सीखना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस बारे में जानकारी दी।
हैदराबाद में सरदार पटेल ने एक भारत की नींव रखी थी: पीएम
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि पीएम मोद ने आज बहुत ही विस्तार से भाजपा के लिए अवसर, भाजपा के इतिहास और विकास की यात्रा, भाजपा का भविष्य और देश के प्रति हमारा दायित्व क्या है, इसके विषय में विस्तार से कहा। हैदराबाद में सरदार पटेल ने एक भारत की नींव रखी थी, जिसको तोड़ने का बहुत प्रयास होता था।अब भाजपा के कंधों पर एक भारत से श्रेष्ठ भारत की यात्रा को पूरा करने का दायित्व है।
कई प्रदेशों में भाजपा का संघर्ष जारी: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जब हम तेलंगाना में है तो भाजपा बहुत जगह आगे बढ़ी है। भाजपा को उसके काम, उसकी गवर्नेंस और ईमानदारी के कारण जनता का बहुत आशीर्वाद मिलता है, लेकिन बहुत से ऐसे प्रदेश हैं, जहां अभी भी संघर्ष जारी हैं। कार्यकर्ता वहां बिना सत्ता की परवाह करते हुए संघर्ष और बलिदान करते हैं। इस दिशा में उन्होंने केरल, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल की बात की।
हमारी सोच लोकतांत्रिक है: मोदी
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल कांग्रेस के नेता थे, लेकिन उनकी विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी हमनें बनवाई। हमारी सोच लोकतांत्रिक है, इसीलिए जब हमनें प्रधानमंत्री म्यूजियम बनाया तो देश के सारे प्रधानमंत्रियों को हमने उसमें स्थान दिया। आजकल कईं राजनीतिक दल अपने अस्तित्व को बचाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमें उसपर न तो हास्य करना है और न व्यंग्य करना है। हमें सीखना है कि हम कोई ऐसा काम न करें जो उन्होंने किया।
प्रधानमंत्री ने दो बातें बहुत रोचक कही
पूर्व केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, पीएम ने कहा कि विविधता की शक्ति के साथ हम अपने संगठन के संकल्प को देश में विस्तारित करें। प्रधानमंत्री ने दो बातें बहुत रोचक कही। पहली – हमारा उद्देश्य P2 से G2 का होना चाहिए अर्थात प्रो पीपल, प्रो एक्टिव गवर्नेंस (जनता सापेक्ष, सुशासन सापेक्ष) हमारी पूरी कार्य पद्धति होनी चाहिए। दूसरी- हमारी सोच होनी चाहिए तुष्टिकरण से तृप्तिकरण और ये जब हम करेंगे तभी हमारे जो लक्ष्य हैं एक भारत श्रेष्ठ भारत और सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास पूरे हो पाएंगे।
पहली बार एक आदिवासी, योग्य महिला भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही: पीएम
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमारी माताएं बहनें पूरे देश में हमें बहुत आशीर्वाद दे रही हैं। तो हमारा फर्ज बनता है कि जैसे उज्ज्वाला योजना और ट्रिपल तलाक से लेकर दर्जनों कार्यक्रम उनके लिए किए हैं। हमारा ये कमिटमेंट उनके लिए हमेशा रहना चाहिए। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि हमें देश को बताना चाहिए कि आज पहली बार एक आदिवासी, योग्य महिला भारत की राष्ट्रपति बनने जा रही है। जो आजादी के 75 साल में आज तक नहीं हुआ था।