सावन का महीना है। कांवड़ यात्रा चल रही है। इस बीच यूपी में कांवड़ियों पर जगह-जगह पुष्‍प वर्षा हुई है। कांवड़ियों के स्‍वागत की तस्‍वीरें पूरे प्रदेश से आ रही हैं तो वहीं इसे लेकर सियासत का दौर भी शुरू हो गया है। इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्‍तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाया है। उनके इस वार पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है।

ओवैसी ने एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार को घेरने की कोशिश की। इन ट्वीट्स में ओवैसी ने लिखा-पंखुड़ियों की बौछार कीं, कांवड़ियों का झंडों से इस्तकबाल किया। उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफकत से पेश आए। उन्होंने आगे लिखा ‘दिल्ली पुलिस ने लोहारों को हटाने की बात की जिससे कांवड़िए नाराज न हो जाएं। यूपी की सरकार ने कांवड़ यात्रा के रास्ते में गोश्त पर पाबंदी लगा दी।’

असददुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार यह भेदभाव क्‍यों कर रही है? एक से नफरत और दूसरों से मोहब्बत क्यों? एक मज़हब के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट और दूसरे के लिए बुलडोजर क्यों? उन्‍होंने कहा कि यदि कांवड़ि‍यों पर फूल बरसा रहे तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए। असदुद्दीन ओवैसी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है।

डिप्‍टी सीएम केशव मौर्य बोले-उल्‍टे सीधे बयान देना ठीक नहीं

डिप्‍टी सीएम केशव मौर्य ने ओवैसी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि असदद्दीन ओवैसी फिजूल की बातें करते हैं। वे कांवड़ यात्रा के महत्‍व को पढ़ें। एक निजी चैनल से बातचीत में उन्‍होंने कहा कि ओवैसी देश विरोधी बातें करना बंद कर दें। देश में तीर्थ यात्रियों की सेवा करने की परम्‍परा है।

उन्‍होंने कहा कि ओवैसी के बयान भेदभाव और साम्‍प्रदायिक तनाव पैदा करने वाले हैं। उन्‍होंने कहा कि ओवैसी एक सूत्रीय एजेंडा चलाने के लिए ऐसे बयान देते हैं। उनका एजेंडा है अपना वोट बैंक बनाना। लेकिन उन्‍हें समझ लेना चाहिए कि आए दिन उल्‍टे-सीधे बयान देना ठीक नहीं है। उन्‍होंने कहा कि ओवैसी की बातों को गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए।