पिता ने दूसरी पत्नी के साथ सात वर्ष की मासूम की हत्या कर शव दफना दिया। पुलिस ने कब्र से बच्ची का शव निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पहली पत्नी ने पति और सौतन के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के सिर में चोट और हाथ में फ्रैक्चर मिले। आशंका है कि उसकी पटककर हत्या की गई है।
सैदपुर मेहरी निवासी पेश से मोटर मैकेनिक संजय रावत की शादी चार साल पहले शादी प्रमिला से हुई थी। दोनों की दो बेटियां सृष्टि (2 वर्षीय) और मिष्टी पैदा हुईं। दूसरी बेटी के बाद संजय और प्रमिला में विवाद होने लगा। संजय पत्नी के चरित्र पर संदेह जताता था। वह मिष्टी को अपनी बेटी नहीं मानता था। विवाद बढ़ने पर जुलाई के पहले सप्ताह में प्रमिला दोनों बेटियों को लेकर मायके काकोरी चली गई। पहली पत्नी के घर छोड़ते ही संजय ने उन्नाव निवासी मीना से दूसरी शादी कर ली।
प्रमिला ने पति की दूसरी शादी का पता चलने पर दुबग्गा कोतवाली में शिकायत की। आमदनी का जरिया नहीं होने से बच्चियों को पालने में असमर्थता जताई। प्रमिला की मां रामकली के अनुसार 21 जुलाई को दुबग्गा थाने के एडिशनल इंस्पेक्टर ज्ञानेंद्र सिंह, एसआई रामसेवक राणा ने समझौता करा दिया। संजय ने सृष्टि, मिष्टी को साथ ले जाने के लिए सहमति जताई। प्रमिला को 55 हजार रुपये देने और दहेज में मिला सामान लौटाने पर समझौता हो गया। प्रमिला भी इसके लिए राजी थी।
कब्र खुदवा कर निकाला दुधमुंही बच्ची का शव
एसीपी काकोरी आशुतोष कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह पुलिस टीम कब्रिस्तान पहुंची। मजिस्ट्रेट के निर्देश पर कब्र से बच्ची का शव निकालकर पोस्टमार्टम को भेजा गया। वहीं इस मामले में संजय और मीना को गिरफ्तार कर लिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के सिर में चोट है। हाथ में फ्रैक्चर होने की पुष्टि हुई है। जानकारी के अनुसार प्रमिला की तहरीर पर संजय और मीना के खिलाफ हत्या की धारा 302 और साक्ष्य मिटाने की धारा 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सौतेली मां के उकसाने पर पिता ने दबा दिया गला
पहली पत्नी का आरोप है कि दूसरी पत्नी मीना ने बेटियों को अपनाने से मना कर दिया। इसके बाद संजय ने सोमवार रात सृष्टि के सोने के बाद पत्नी मीना के साथ छोटी बेटी मिष्टी (7 महीने) को मार डाला। प्रमिला के मुताबिक मंगलवार सुबह उसे पड़ोसियों ने मिष्टी के घर में नहीं होने की जानकारी दी। वह पहुंची तो संजय, मीना झगड़ा करने लगे। संदेह हुआ तो दुबग्गा कोतवाली पहुंची। इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने संजय, मीना को हिरासत में लेकर पूछताछ की। किसी को सूचना नहीं देने के बारे में कोई जवाब नहीं दिया। इससे संदेह बढ़ा।