केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्णिया में बीजेपी की रैली को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के 1.35 लाख करोड़ रुपये के काम गिनाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनका हिसाब मांगा। शाह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 1.25 लाख करोड़ रुपये बिहार में खर्च करने का वादा किया था, उसके मुकाबले 1.35 लाख करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। अब सीएम नीतीश बताएं कि उन्होंने लालू के साथ मिलकर कुर्सी बचाने के अलावा क्या काम किया है।

पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में शुक्रवार को जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने बिहार में 1.25 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का ऐलान किया था। उन्होंने कहा, ‘अब मैं 7 साल के बाद यहां आया हूं। नीतीश बाबू मुझे मालूम है आप भाषण सुन रहे होंगे, नुक्स निकाल रहे होंगे। आप हिसाब लिख लीजिए। मैं 1.35 लाख करोड़ रुपये का हिसाब लेकर आया हूं। महामार्ग के लिए 14 हजार करोड़ बढ़ गया। ग्रामीण सड़क के लिए 9 हजार करोड़ कहा था, 22 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए। रेलवे के लिए 2.7 हजार करोड़ कहा था 56 हजार करोड़ खर्च किया। एयरपोर्ट के लिए 600 करोड़ कहा था, 1280 करोड़ खर्च हुआ। पर्यटन के लिए 1550 करोड़ रुपये कहा था 1600 करोड़ खर्च किए गए। पेट्रोलियम और गैस के लिए 21 हजार करोड़ कहा था, 32 हजार करोड़ का खर्चा हुआ। बिजली के लिए 16 हजार करोड़ कहा था, उसमें से 14 हजार करोड़ खर्च हो चुका था। किसान कल्याण के लिए 3000 करोड़ कहा था, 7800 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल के लिए भी 3000 करोड़ कहा था, उसके मुकाबले 4100 करोड़ रुपये खर्च किए।’

अमित शाह ने कहा कि अब नीतीश बाबू जरा अपना हिसाब दीजिए कि आपने क्या किया। लालू के साथ बैठकर कुर्सी बचाने के अलावा कुछ नहीं किया। भारत की जनता अब जागरुक हो गई है। गठबंधनों से स्वार्थ, सत्ता की कुटील राजनीति से पीएम नहीं बना जा सकता। विकास का काम करने, अपनी विचारधारा पर समर्पित रहने और देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ही प्रधानमंत्री बना जा सकता है।