AIMIM चीफ असदुद्दीन ने पीएफआई का समर्थन करते हुए कहा है कि अगर कुछ लोगों की गलत गतिविधि की वजह से संगठन को बैन किया जाता है तो यह खतरनाक है। उन्होंने इस फैसले को तानाशाही करार दिया है। उन्होंने कहा, कट्टरपंथी सोच का हम हमेशा से विरोध करते आए हैं लेकिन इस तरह का प्रतिबंध बिल्कुल गलत है। इसका समर्थन नहीं किया जा सकता। ओवैसी ने कहा कि दक्षिणपंथी संगठनों पर बैन कब लगेगा। ऐसे संगठनों को क्यों संरक्षण दिया जा रहा है?
पीएफआई का समर्थन करने वाले ओवैसी अकेले ही नहीं हैं। AIUDF विधायक रफीकुल इस्लाम ने भी प्रतिबंध का विरोध किया और कहा कि सरकार को यह कार्रवाई करने से पहले जांच करानी चाहिए थी। इसके अलावा सरकार को आरएसएस, बजरंग दल और वीएचपी की भी जांच करने का आदेश देना चाहिए। आरएसएस के खिलाफ कार्रवाई की बात कांग्रेस नेता के सुरेश ने भी कही है। इसके असावा आरजेडी चीफ और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव ने भी कहा कि आरएसएस पर प्रतिबंध लगना चाहिए।