यूपी के बाहुबली माफिया डॉन अतीक अहमद के सुर बदल गए हैं। गुरुवार को लखनऊ पहुंचे डॉन ने सीएम योगी की तारीफ के पुल बांध दिए। अतीक ने यह कहकर सबको चौंका दिया कि सीएम योगी आदित्यनाथ बहुत बहादुर और ईमानदार हैं। वह अच्छा काम कर रहे हैं। अतीक ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच चिल्लाते हुए मीडिया से ये बातें कहीं। उसके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
अतीक की पेशी बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में हुई। 25 जुलाई 2005 को प्रयागराज की शहर पश्चिम सीट से विधायक रहे राजू पाल की हत्या ऑटोमेटिक हथियारों से गोलियां बरसाकर कर दी गई थी। इसमें राजू पाल के अलावा उसके दो साथी संदीप यादव और देवीलाल मारे गए थे। राजू पाल की हत्या के पीछे की कहानी यह बताई जाती है उनसे पहले अतीक ही शहर पश्चिम सीट से विधायक था। सांसद बनने के बाद वह इस सीट से अपने विधायक अशरफ को विधायक बनाना चाहता था लेकिन बीच में राजू पाल आ गए। राजू पाल ने बसपा के टिकट पर न सिर्फ चुनाव लड़ा बल्कि अशरफ को हरा भी दिया।
चंद रोज पहले ही हुई थी राजू पाल की शादी
राजू पाल की हत्या से चंद रोज पहले ही उनकी शादी पूजा पाल से हुई थी। राजू पाल की हत्या के बाद पूजा पाल ने सांसद अतीक अहमद, अशरफ और तीन अन्य लोगों पर हत्या के आरोप में एफआईआर दर्ज करा दी। अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अतीक अहमद पर आरोप तय किए जाएंगे। इस मामले में पेशी के लिए अतीक को बुधवार की रात गुजरात की साबरमती जेल से लखनऊ जेल में शिफ्ट किया गया था। मामले में अगली सुनवाई तीन नवम्बर को होगी।
सीएम योगी का मुरीद कैसे हो गया अतीक?
गुरुवार को सीएम योगी की तारीफ करते अतीक का बयान सामने आते ही हर कोई पूछने लगा कि आखिर डॉन अचानक से सीएम योगी आदित्यनाथ का मुरीद कैसे हो गया। उसके मुंह से सीएम योगी के लिए फूल झड़ने के कई मायने निकाले जाने लगे। दरअसल, 2017 में यूपी की कमान सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथ में आने के बाद से ही अतीक के बुरे दिन शुरू हो गए थे। किसी जमाने में अतीक के सामने नतमस्तक रहने वाली यूपी पुलिस ने पहली बार उस पर शिकंजा कसा और उसके खिलाफ एक के बाद एक ताबड़तोड़ केस दर्ज होने लगे। अतीक और उससे जुड़े लोगों की सम्पत्तियां कुर्क की जानें लगीं। उन पर बुल्डोजर चलने लगा। बताया जाता है कि अब तक अतीक और उसके गुर्गों की करीब एक हजार करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की जा चुकी है। पिछले ढाई महीने के दौरान ही सवा सौ करोड़ से अधिक की सम्पत्ति जब्त हुई है। यही नहीं लखनऊ से प्रयाराज-कौशाम्बी औ अन्य कई जिलों में अतीक के अवैध निर्माण, प्लॉटों और अन्य सम्पत्तियों को खंगाल रही है। पुलिस उन लोगों से भी जानकारी जुटा रही है जिनसे कभी अतीक या उसके गुर्गों ने वसूली की हो।
दर्ज हैं 98 मुकदमे, दोनों बेटे और भाई जेल में
अतीक के खिलाफ इस वक्त 98 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अतीक को यूपी की कई जेलों में रखने के बाद कोर्ट के आदेश पर साबरमती जेल में रखा गया है। इधर यूपी में उसके खिलाफ योगी सरकार लगातार ऐक्शन मोड में है। उसके दोनों बेटे उमर और अली जेल में हैं। भाई खालिद अजीम भी जेल में है।
राजनीति में परिवार का दखल खत्म
यूपी में योगी सरकार बनने के बाद अतीक के परिवार का राजनीति में दखल भी खत्म हो गया है। उसके परिवार से अब कोई भी संसद या विधानसभा में नहीं है।
बचा-खुचा साम्राज्य बचाने के लिए योगी की तारीफ
सीएम योगी के प्रति अचानक अच्छी-अच्छी बातें करने लगे अतीक अहमद के बारे में कहा जा रहा है कि वह अपना बचा-खुचा साम्राज्य बचाने के लिए ऐसा कर रहा है। जेल में बंद अतीक को सब कुछ खत्म हो जाने का डर सता रहा है लेकिन उसकी ऐसी बातों का यूपी पुलिस या योगी सरकार के रुख पर कोई असर पड़ेगा। इसकी सम्भावना न के बराबर है।