5 दिसम्‍बर 2022 को होने वाले उपचुनाव में जिन दो सीटों पर अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी की प्रतिष्‍ठा दांव पर लगी है, उनमें से एक मैनपुरी लोकसभा तो दूसरी रामपुर विधानसभा सीट है। अखिलेश यादव और यादव परिवार की पूरी ताकत अभी तक मैनपुरी में डिंपल यादव को जिताने में लगी हुई है वहीं रामपुर के मोर्चे पर सपा के कार्यकर्ता आसिम रजा के लिए स्‍टार प्रचारकों की डिमांड कर रहे हैं। फिलहाल अखिलेश रामपुर को लेकर सतर्क हो गए हैं। वह एक दिसम्‍बर को यहां जनसभा को सम्‍बोधित करेंगे। उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां भी रहेंगे।

सपा कार्यकर्ताओं की ओर से रामपुर में सभाएं कराने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के अलावा 14 अन्‍य नेताओं की डिमांड पार्टी से की गई है। इसके लिए जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल की ओर से प्रदेश अध्यक्ष को सूची भेजी गई है। सूची में एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य, सांसद एसटी हसन, जावेद अली खान,विधायक इकबाल महमूद, रफीक अंसारी, पूर्व मंत्री ओमकार सिंह यादव के नाम हैं। बताया जा रहा है कि जल्‍द ही इन सभी नेताओं के कार्यक्रम रामपुर में लगेंगे। उधर, भाजपा ने भी सपा के इस गढ़ पर इस बार भगवा फहराने के दावे के साथ अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। बीजेपी उम्‍मीदवार आकाश सक्‍सेना के प्रचार को धार देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिसंबर को रामपुर आएंगे। वीआईपी कार्यक्रम प्रमुख अमर सक्सेना के अनुसार मुख्यमंत्री दो दिसंबर को अजीतपुर औद्योगिक आस्थान के सामने शाहबाद मार्ग स्थित मैदान पर जनसभा को संबोधित करेंगे।

आज केशव मौर्य करेंगे रामपुर में प्रचार

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सोमवार को रामपुर आएंगे, वह यहां कोसी मंदिर रोड स्थित उत्सव पैलेस में पिछड़ा वर्ग मोर्चा सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उप चुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सोमवार को कोसी मंदिर रोड स्थित उत्सव पैलेस में पिछड़ा वर्ग मोर्चा सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वह यहां सुबह 11 बजे पहुंचेंगे। प्रदेश के पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री एवं हज राज्य समिति के अध्यक्ष मोहसिन रजा भी सोमवार को रामपुर में होंगे। वह यहां दोपहर एक बजे पहुंचेंगे और फिर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में होने वाले कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।

खिचड़ी पंचायत में शामिल हुए नकवी

उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी नौगवां गांव में आयोजित भाजपा की खिचड़ी पंचायत में शामिल हुए। उन्‍होंने कहा कि दकियानूसी सियासत और दिवालिया विरासत डायलिसिस पर है। नकवी ने कहा कि अहंकार, अराजकता ही आफत का कारण बनता है, हमें बदले की सनक नहीं बेहतरी की सोच के साथ काम करना चाहिए। कहा कि पद का गुरूर, पावर का सुरूर वक्त के साथ हमेशा चकनाचूर हो जाता है, हमारा लक्ष्य समाज की समृद्धि, सुरक्षा और सम्मान होना चाहिए। मोदी-योगी युग में सियासत, खानदानी जमींदारी नहीं, खिदमत की रवादारी बन गई है। इस क्रांतिकारी परिवर्तन से सत्ता और सियासत को खानदानी जागीर समझने वालों में बौखलाहट साफ दिखाई दे रही है।

नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सियासत की संस्कृति में लाये गए सकारात्मक परिवर्तन का नतीजा है कि अब नेता की पहचान परिवार के पालने से नहीं बल्कि पराक्रम और परिश्रम से बनती है। कहा कि सम्मान के साथ सशक्तिकरण, बिना भेदभाव के विकास के संकल्प के साथ मोदी-योगी ने रिफॉर्म, परफॉर्म, ट्रांसफॉर्म की नीति के जरिये समाज के हर तबके को तरक्की का बराबर का हिस्सेदार-भागीदार बनाया है।

एक ही पंक्ति में बैठकर खायी खिचड़ी

खिचड़ी पंचायत में एक ही पंक्ति में जमीं पर बैठकर भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों के साथ खिचड़ी खायी। इस दौरान नकवी ने कहा कि आकर मंच पर नेताजी बोल जाते और जनता सुन लेती, इससे संवाद एक तरफा रहता है, खिचड़ी पंचायत में लोगों के बीच रहकर उनकी बात सुनना-अपनी बात कहना और बिना किसी भेदभाव के उन्हीं के बीच बैठकर भोजन करना, यह एक अनूठी पहल है और इससे लोगों में अपनेपन का एहसास होता है, जो एक-दूसरे से जोड़ता है।