कांग्रेस ने अपनी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के समापन के अवसर पर भारी हिमपात के बीच जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार को एक रैली निकाली। शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम से शुरू हुई रैली का नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किया। भारी बर्फबारी के बीच श्रीनगर में राहुल गांधी ने संबोधित करते हुए कहा कि मैं नफरत करने वालों को मौका देना चाहता था कि मेरी सफेद शर्ट का रंग लाल करके दिखाएं। राहुल ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने मुझे ग्रेनेड नहीं प्यार दिया है। परिवार ने सिखाया जीना है तो बिना डरे जीना है।
पीएम मोदी और अमित शाह ने हिंसा नहीं देखी
इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और आरएसएस पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह ने हिंसा नहीं देखी। बीजेपी और आरएसएस वाले डरते हैं। राहुल ने कहा कि बीजेपी का नेता मेरी तरह कश्मीर में नहीं चल सकता। मैं हिंसा को समझता हूं, मैं हिंसा देखी है। राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने हिंसा देखी है, उन्होंने हिंसा सही है।
राहुल को छोटी बच्चों से मिली प्रेरणा
इस दौरान राहुल गांधी ने संबोधित करते हुए कहा कि मैंने बहुत कुछ सीखा। एक दिन मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने सोचा कि मुझे 6-7 घंटे और चलना होगा और यह मुश्किल होगा। लेकिन एक लड़की दौड़ती हुई मेरे पास आई और बोली कि उसने मेरे लिए कुछ लिखा है। उसने मुझे गले लगाया और भाग गई। मैंने इसे पढ़ना शुरू किया। उसने लिखा, “मैं देख सकती हूं कि आपके घुटने में दर्द हो रहा है क्योंकि जब आप उस पैर पर दबाव डालते हैं, तो यह आपके चेहरे पर दिखता है। मैं आपके साथ नहीं चल सकती लेकिन मैं दिल से आपके साथ चल रही हूं क्योंकि मुझे पता है कि आप चल रहे हैं… मेरे और मेरे भविष्य के लिए। ठीक उसी क्षण, मेरा दर्द गायब हो गया। ”
राहुल गांधी ने आगे कहा, “मेरे पास चार बच्चे आए। वे भिखारी थे और उनके पास कपड़े नहीं थे। मैंने उन्हें गले से लगा लिया। वे ठंडे थे और कांप रहे थे। शायद उनके पास खाना नहीं था। मैंने सोचा कि अगर उन्होंने जैकेट या स्वेटर नहीं पहने हैं, तो मुझे भी ऐसा नहीं पहनना चाहिए।”
भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर में खत्म
बता दें कि भारी बर्फबारी के बीच राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सोमवार को श्रीनगर में खत्म हो गई। ये 145 दिन पहले 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी। क्लोजिंग सेरेमनी के दौरान शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में रैली रखी गई। इसमें प्रियंका गांधी, महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला और मल्लिकार्जुन खड़गे ने स्पीच दी।