उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि स्वर्गीय मुलायम सिंह यादव को मरणोपरान्त पद्म विभूषण देने के लिए “समाजवादी पार्टी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना चाहिए।”इंडिया टीवी के एंकर सौरभ शर्मा को कल रात दिये गए एक विशेष साक्षात्कार में योगी ने कहा, “सपा के नेता मुलायम सिंह जी को वे लोग सम्मान नहीं दे पाये लेकिन भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र की मोदी जी सरकार ने मुलायम सिंह जी को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया।”

हम दल से ऊपर देश का हित देखते हैं-योगी

ये पूछे जाने पर कि क्या इस निर्णय के पीछे यादव वोट बैंक साधने की मंशा थी, योगी ने कहा – “भाजपा कभी वोट बैंक की राजनीति नहीं करती। हम दल से ऊपर देश का हित देखते हैं। अन्य दल ऐसा क्यों नहीं कर सकते। जिनकी डिक्शनरी में कृतज्ञता शब्द है ही नहीं, ऐसे लोगों को कोई उपदेश न देना ही बेहतर है।”इंडिया टीवी पर कल रात प्रसारित अपने एक घंटे से भी लम्बे साक्षात्कार में योगी ने आज़म खान, मुख्तार अंसारी, अतीक़ अहमद, बुलड़ोज़र, एनकाउंटर, जैसे तमाम सवालों के जवाब दिये।

ये पूछे जाने पर कि क्या भाजपा नेताओं को आपत्ति थी क्योंकि मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री रहते अयोध्या में कार सेवकों पर गोली चलवायी थी, योगी आदित्यनाथ ने कहा – “हो सकता है कि किसी व्यक्ति का एक स्याह पक्ष हो, लेकिन उनका सेवा पक्ष भी है। लोक सेवा के लिए उन्हें पद्म पुरस्कार मिला है। भाजपा सरकार पुरस्कार देने में भेदभाव नहीं करती. चाहे किसी भी पार्टी का हो, अगर उन्होंने समाज के लिये समर्पित होकर कार्य किया है, तो उनको सम्मान दे रहे हैं। ”

रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों के बारे में सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के कथन पर योगी आदित्यनाथ ने कहा -” हमें ध्यान में रखना होगा कि जब भी उत्तर प्रदेश में हम विकास की बात सामने लाते हैं, समाजवादी पार्टी इस तरह का विवाद खड़ा करती है। विकास के मुद्दे से ध्यान हटाने की यह एक शरारतपूर्ण चेष्टा है, ताकि विकास के एजेंडा को डाइल्यूट किया जा सके। इसके पीछे मकसद प्रदेश का अहित करना है। चार बार सपा को शासन का अवसर मिला था, क्या कभी इन्वेस्टर्स सम्मेलन बुलाया?”

मुख्यमंत्री आदित्यनाथ लखनऊ में 10 से 12 फरवरी तक ग्लोबस इन्वेस्टर्स सम्मिट का आयोजन करने वाले हैं, जिसमें विश्व के बड़े-बड़े निवेशक हिस्सा लेंगे।
सनातन धर्म सबको सम्मान देता है-योगी

सनातन धर्म की व्याख्या करते हुए, योगी ने कहा – “सनातन धर्म सबको सम्मान देता है। सनातन ही भारत का सबसे मूल और प्राचीन धर्म है, बाकी सब उसकी शाखाएं हैं। हम सनातन धर्म को जीवन पद्धति के रूप में लेते हैं। उपासना पद्धति अलग हो सकती है, बौद्ध के रूप में हो सकता है , जैन के रूप में हो सकता है। सनातन धर्म को हमने उपासना पद्धति के रूप में नहीं लिया। परन्तु जब जब किसी जाति, मत, मजहब पर संकट का समय आया, सनातन धर्मावलम्बियों ने साथ खड़े हो कर उन्हें संरक्षण दिया। भारत में सबसे पहली मस्जिद का निर्माण केरल में एक हिन्दू राजा ने करवाया। सनातन धर्म की पहली परिभाषा वाल्मीकि रामायण में मिलती है – कृते च प्रतिं कर्तव्यम्, एष: धर्म च सनातन: । अर्थात किसी ने आपके प्रति कुछ किया है, उसके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना ही सनातन है। यही हमारा सनातन धर्म है। ”

सपा नेता आज़म खान के इस कथन पर कि उनके साथ जो कुछ हुआ, भगवान कभी किसी को ऐसे दिन न देखने दे, मुख्यमंत्री ने कहा – “मुझे प्रसन्नता है कि भगवान में उनका विश्वास हो गया है,लेकिन वहां वास्तव में जिस प्रकार की अराजकता थी, रामपुर की जनता उसका जवाब दे चुकी है, विधानसभा चुनाव में और लोकसभा चुनाव में। इससे दिखता है, वहां की जनता कितनी पीड़ित थी और उसका मुंह दबाया गया था।”

आज़म खान के इस आरोप पर कि हाल के रामपुर सदर उपचुनाव में मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने नहीं दिया गया और पुलिस बैरिकैड लगा दिये गये, योगी ने उत्तर दिया – “वहां वोटिंग प्रतिशत हिन्दूओं और मुसलमानों का लगभग बराबर का है। जब मुसलिम ही वोट नहीं देना चाहते हैं तो क्या करे। ढाई सौ साल पुराने मदरसे को बन्द करवा दिया गया, वहां प्राचीन पांडुलिपियां नष्ट हुई, रज़ा लाइब्रेरी जैसी धरोहर का जो किया, जौहर विश्वविद्यालय के नाम पर गरीबों, दलितों और कमजोर तबके के मुसलमानों की ज़मीन पर कब्जा किया। सबसे ताज़ा उदाहरण, जो सरकारी ज़मीन रिसर्च सेंटर के लिए आवंटित हुई, उस पर पब्लिक स्कूल चल रहा था। वहां बहुत सारी चीजें गलत हो रही थी। जो भी कार्रवाई हुई, वहां के पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज करवाया था। ”

माफिया सरगना मुख्तार अंसारी के बारे में पूछे गये सवाल पर योगी ने कहा – “मुख्तार अंसारी ने सबसे पहला अपराध 1978 में किया। सबसे पहली हत्या 1981 में की। उस समय की सरकारें क्या कर रही थी। एक जन प्रतिनिधि नंगी तलवार, पिस्तौल लहराते खुली जीप में जा रहा था, उसे रोकने के लिए फोर्स का इस्तेमाल क्यों नहीं किया। 44 वर्ष बाद पहली बार उस माफिया को सजा हुई। एक निचली अदलत से, और दूसरी हाई कोर्ट से। दुर्दान्त अपराधी समानान्तर सरकारें चला रहे थे, हत्या पर हत्या करते थे, जो दल सत्ता में आता था, वो उसका शागिर्द बन जाता था। कहीं न कहीं उसे संरक्षण मिल रहा था।”

अखिलेश यादव के हालिया बयानों पर योगी ने कहा – “2012 से 2017 के बीच (अखिलेश शासन के दौरान) समानान्तर सरकारें चल रही थीं। नियुक्तियां निकलती थी, पूरा खानदान वसूली के लिए निकल पड़ता था। चाहे उत्त्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग हो, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग हो, इनमें किस प्रकार के नमूने बिठाये गये थे, जो एलिजिबल (योग्य) नहीं था, वह चेयरमैन बनता था। इन लोगों ने प्रदेश को दंगा प्रदेश बना दिया, विकास के रास्ते में रोड़े अटकाए, वे आज विकास की दुहाई दें तो आश्चर्य लगता है। ”

योगी ने कहा,” 2007 से 2012 तक (मायावती के शासन में) राज्य में 350 से अधिक साम्प्रदायिक दंगे हुए, 2012 से 2017 के बीच करीब 700 दंगे हुए, 2017 से अब 2023 तक एक भी दंगा प्रदेश में नहीं हुआ। हर जाति, हर धर्म के लोग शांति में जी रहे हैं, बहन बेटियां सुरक्षित हैं। “