कानपुर देहात के मैथा तहसील की मड़ौली ग्राम पंचायत के चालहा गांव में आग से मां प्रमिला (54) और बेटी शिवा उर्फ नेहा (22) की मौत की खबर ने सबको झकझोर दिया। घटना के बाद गांव में शाम से शुरू हुई अफसरों की आवाजाही पूरी रात चली। इस दौरान मां बेटी के जले शव फूस वाले घर में ही पड़े रहे।
मौके पर मौजूद परिजनों के बिलखने की आवाज व गांव पहुंच रहे अधिकारियों की गाड़ियों के हूटरों का शोर सन्नाटा तोड़ता रहा। पत्नी व बेटी को खोने का गम कृष्ण गोपाल को खाए जा रहा था। कभी वह जमीन में एक टक ताकते रहते तो कभी आसमान को देखने लगते। परिवार के अन्य सदस्यों के सुबकने पर छोटे बच्चे उनसे चिपट के रोते रहे।
मड़ौली गांव में सोमवार रात पहुंचे कमिश्नर राजशेखर, एडीजी आलोक सिंह और आईजी प्रशांत कुमार परिवार के लोगों से लगातार वार्ता करते रहें। घटना से परिजनों व ग्रामीणों में रोष रहा। परिजन मुआवजे व सरकारी नौकरी की बात पर अड़े तो अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट शासन को भेजते रहे। परिजनों में महिलाएं और बच्चे पूरी रात घटना स्थल पर ही रहे।
घटना स्थल के चारों तरफ से पुलिसकर्मी तैनात थे। जानकारी पर देर रात से मृतकों के रिश्तेदारों के गांव आने का सिलसिला भी शुरू हो गया। हर कोई प्रमिला के बेटे शिवम और अंकित से लिपट कर रोता रहा। इस दौरान सगे संबंधी बेटों व अन्य परिजनों को ढांढस बंधाते रहे।