बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘समाधान यात्रा’ गुरुवार को पटना में समीक्षा बैठक के साथ ही समाप्त हो गई। यात्रा को सफल बताते हुए उन्होंने कहा कि इस यात्रा का अनुभव बहुत अच्छा रहा। उन्होंने कैबिनेट विस्तार को लेकर भी कहा कि जब सभी लोग चाहेंगे हो जाएगा, यह कुछ खास नहीं है। समाधान यात्रा की समाप्ति के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बिहार के हर जिले में घूमे हैं।

उन्होंने कहा कि सब जगह जाकर देखना, लोगों की बातों को सुनना और जो योजनाएं चल रही हैं। उनकी प्रगति कैसी है या इसके अलावा और क्या किया जाना चाहिए, ताकि लोगों को सुविधा मिले, यही यात्रा का उद्देश्य रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सब जगह लोगों की राय भी आ गई है। लोगों ने खुशी भी जताई है, साथ ही अपनी समस्याएं भी बताई हैं। बैठकों में एमएलए, एमएलसी ने अपनी बात रखी है। मीटिंग में एक-एक चीज पर चर्चा की गई है।

मंत्रिमंडल में कुछ ही जगह खाली है: नीतीश

उन्होंने बताया कि हमने निर्देश दे दिया है कि जितनी बात आई है उस सब पर एक-एक चीज को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा नए ढंग से जो करना है उस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। पत्रकारों की ओर से कैबिनेट विस्तार को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में कुछ ही जगह खाली है। जब सभी लोग बात कर लेंगे, हो जाएगा। यह कोई खास बात नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं कि ज्यादा जगह खाली हैं। कुछ ही जगह खाली हैं, किसी को हटना पड़ा है वह, इसके अलावा एकाध और कोई वैकेंसी है।

कैबिनेट विस्तार को लेकर कांग्रेस का बयान

दूसरी तरफ मंत्रिमंडल में काम में हिस्सेदारी के बाद कांग्रेस कैबिनेट विस्तार की बाट जोह रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह साफ तौर पर कहना है कि जिसका जो हक है उसे मिलना चाहिए। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि कैबिनेट विस्तार तो होगा और जिसका जो हक है वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार देंगे। वहीं, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दिल्ली में मीडिया को बयान दिया था कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस अपना-अपना तय कर ले और फिर इस पर बातचीत हो जाएगी।