समाजवादी पार्टी (SP) ने रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह को पार्टी से निष्कासित किया। इसकी जानकारी समाजवादी पार्टी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी। सपा के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के की ओर से रामचरितमानस पर उठाए गए सवाल के खिलाफ बोलने पर इन दो नेताओं को निष्कासित किया गया है। ऋचा सिंह ने प्रयागराज से 2022 का विधानसभा चुनाव सपा के टिकट पर लड़ा था। हालांकि, वो बीजेपी के सिद्धार्थनाथ सिंह से चुनाव हार गई थीं।

रामचरितमानस पर स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान देने पर रोली तिवारी मिश्रा और ऋचा सिंह ने विरोध किया था। बता दें कि कुछ दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरितमानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है। यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है।

क्या था स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान?

स्वामी प्रसाद मौर्य ने आगे कहा था कि सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरितमानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सवाल उठाते हुए ये भी कहा था कि ब्राह्मण भले ही लंपट, दुराचारी, अनपढ़ और गंवार हो, लेकिन वह ब्राह्मण है, तो उसे पूजनीय बताया गया है, लेकिन शूद्र कितना भी ज्ञानी, विद्वान या फिर ज्ञाता हो, उसका सम्मान मत करिए। क्या यही धर्म है? स्वामी प्रसाद मौर्य के इस विवादित बयान का सियासी नेताओं ने जमकर विरोध किया था।

मौर्य के काफिले के सामने काला कपड़ा दिखाकर विरोध

वहीं बीते दिनों रामचरितमानस पर विवादित बयान देने से नाराज बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के टेंगरा मोड़ पर नारेबाजी करते हुए समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले के सामने काला कपड़ा दिखाकर अपना विरोध जताया। रामनगर पुलिस ने बताया कि मौर्य रविवार को वाराणसी से सोनभद्र जाने के लिए निकले थे, अभी उनका काफिला टेंगरा मोड़ पर पहुंचा ही था कि बीजेपी कार्यकर्ता ‘जय श्री राम’ और ‘हर-हर महादेव’ का उद्घोष करते हुए सामने आ गए और काला कपड़ा दिखाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने सपा नेता के कार पर काला कपड़ा भी फेंका।