गोरखपुर जिले में उरुवा के केबी मेमोरियल अस्पताल में प्रसूता की मौत के मामले में पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर संचालक संजय तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर करके विभागीय जांच शुरू कर दी है। पकड़ा गया आरोपी संजय तिवारी गोला इलाके के मटहरिया गांव का निवासी है।

उधर, पुलिस की जांच में पता चला है कि जिस प्रसूता की मौत हुई थी, उसका ऑपरेशन सरकारी डॉक्टर मनीष पांडेय ने किया था। इसलिए पुलिस ने डॉ. मनीष को भी आरोपी बनाया है। साथ ही सीएमओ को सरकारी डॉक्टर के प्राइवेट प्रैक्टिस करने का रिपोर्ट भी भेजी है।

एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों को बताया कि 17 फरवरी को प्रसव पीड़ा होने पर पूजा देवी को केवी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद बच्ची पैदा हुई। इलाज के लिए 50 हजार रुपये जमा करा लिए गए थे। 18 फरवरी को अचानक पूजा की तबीयत खराब होने पर महिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद पूजा की मौत हो गई।

पुलिस ने मामले में पूजा की सास किशमती देवी की तहरीर पर अस्पताल के संचालक संजय तिवारी, ऑपरेशन करने वाले डॉ. मनीष पांडेय और अज्ञात स्टॉफ के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया है। एसएसपी ने बताया कि संचालक को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की भूमिका की जांच और गिरफ्तारी में पुलिस टीम लगी है।

गुलरिहा के बाद उरुवा इलाके में बड़ी कार्रवाई
अस्पताल में मौत के मामले में गुलरिहा के बाद पुलिस ने उरुवा में बड़ी कार्रवाई की है। इससे पहले गुलरिहा इलाके में सत्यम हॉस्पिटल और मीरा हॉस्पिटल पर कार्रवाई की गई थी। अब उरुवा में पुलिस ने केस दर्ज कर डॉक्टर को भी आरोपी बनाया है। गुलरिहा में जांच कर रहे एएसपी मानुष पारिक ने इस मामले की जांच संभाल ली है। उन्होंने एसएसपी के आदेश पर शनिवार रात मौके पर जाकर जांच की। उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई की है।