रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को एक साल पूरा होने वाला है, लेकिन संघर्ष अब भी जारी है। इन दिनों रूस ने यूक्रेन के पूर्वी और दक्षिण हिस्सों पर हमले तेज किए हैं। इस बीच, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि रूस का यूक्रेन में स्पेशल ऑपरेशन लगातार जारी है, क्योंकि वह नाजी खतरों से जूझ रहा है।

मॉस्को के गोस्टिवनी डावर हॉल में अपने भाषण में पुतिन ने प्रमुखता से भारत का भी जिक्र किया और कहा कि रूस उसके साथ अपने सहयोग और व्यापार को बढ़ाना जारी रखेगा। पुतिन ने भारत, चीन समेत अन्य देशों से व्यापार को बढ़ाने के लिए नॉर्थ साउथ कॉरिडोर बनाने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, रूस विदेशी आर्थिकि संबंधों का विस्तार करेगा और नए लॉजिस्टिक कॉरिडोर बनाएगा। रूस ने बीते साल 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण शुरू किया था।

पुतिन ने कहा कि वह भारत, ईरान, चीन, पाकिस्तान जैसे देशों से आर्थिक संबंध बढ़ाने के लिए नॉर्थ साउथ कॉरिडोर विकसित करेंगे। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, हम भारत, ईरान, पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाने की उम्मीद करते हैं। हम भारत के साथ अपने व्यापार को बढ़ावा देने के लिए नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर को बनाने का काम जारी रखेंगे।

रूसी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि रेलवे का आधुनिकीकरण और उत्तरी शिपिंग मार्गों में सुधार करना भी हमारी योजना का हिस्सा है। हम ब्लैक एंड अजोव समुद्री मार्गों, नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के बंदरगाहों का विकास करेंगे और समुद्री मार्ग की क्षमता बढ़ाएंगे। इससे चीन, भारत, ईरान और अन्य मित्र देशों के साथ सहयोग का विस्तार और गहरा होगा।

रूसी राष्ट्रपति ने देश को ऐसे समय में संबोधित किया है, जब अमेरिका के राष्ट्रपति अचानक से यूक्रेन पहुंच गए। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी समेत कई देश इस युद्ध में यूक्रेन को मदद कर रहे हैं।

इससे पहले पुतिन ने बीते साल सितंबर माह में यूक्रेन के चार इलाकों को औपचारिक रूप से अपना हिस्सा घोषित किया था। इसके बाद क्रेमलिन में एक कार्यक्रम में उन्होंने पश्चिमी देशों को जमकर लताड़ा था। उन्होंने सख्त लहजे में यह भी कहा था कि बातचीत के दौरान कब्जे में लिए गए इलाकों पर चर्चा नहीं होगी। पुतिन ने भारत का भी जिक्र करते हुए कहा था कि पश्चिमी देशों ने जैसे भारत को लूटा, वैसा ही करने के लिए रूस को भी कॉलोनी बनाना चाहते हैं।