रेल मंत्रालय ने वीआईपी कल्चर की छुट्टी कर दी है। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अधिकारियों को कार्यक्रम के दौरान स्नैक्स की बजाए काम पर ध्यान देने की नसीहत दी और अब दफ्तर में घंटी न बजाने का फैसला किया है। वीवीआईपी संस्कृति खत्म करने के लिए रेलवे मंत्री ने मंत्रालय के दफ्तरों से घंटिया हटाने का फैसला किया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विभागीय दफ्तरों में परिचारकों को बुलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली घंटी को हटाने के आदेश जारी किए हैं।
ऑफिस अटेंडेंट को बुलाने के लिए घंटी के इस्तेमाल पर भी रोक
सूत्रों के मुताबिक, रेलवे मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि ऑफिस अटेंडेंट को बुलाने के लिए घंटी का इस्तेमाल बंद कर उन्हें व्यक्तिगत रूप से बुलाना चाहिए। निर्देशों को पूरी तरह से लागू करने के उद्देश्य से वैष्णव ने अपने कार्यालय में लगी घंटी भी हटा दी है। इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने विभाग के कर्मचारियों को किसी साइट पर जाने या कार्यक्रम के दौरान पूरा फोकस, काम को उसकी समय सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए थे, न कि वहां चाय, समौसे या खाने-पीने की व्यवस्था पर। उन्होंने कहा कि वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए ये बेहद जरूरी है कि अधिकारी अपनी जि़म्मेदारी को समझे।
वीवीआईपी कल्चर की मानसिकता को खत्म करने के लिए उठाया कदम
रेल मंत्री के कार्यालय के अनुसर प्रत्येक कर्मचारी को समान सम्मान देने और वीवीआईपी संस्कृति की मानसिकता को बदलने के लिए यह कदम उठाया गया है। गौरतलब है कि अश्विनी वैष्णव रेल मंत्री बनने के बाद कई बड़े फैसले ले चुके हैं। ट्रेन को आधुनिक बनाने से लेकर बीमार यात्रियों का भी खास ख्याल रखने का निर्णय लिया है।