एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि एयरपोर्ट पर मंगलवार को मॉकड्रिल की गई है। नेशनल एंटी हाईजैकिंग पॉलिसी के तहत बनी संयुक्त टीम काम करेगी। सबको बताया गया है कि अगर ऐसी स्थिति होती है तो फिर किसको क्या काम करना होता है।

गोरखपुर एयरपोर्ट पर अगर किसी विमान को हाईजैक किया गया तो उसे परिसर में ही कैसे रोक लिए जाए, इसे लेकर मंगलवार को मॉकड्रिल किया गया। एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने मंगलवार को एयरपोर्ट सुरक्षा में लगे कर्मियों के साथ मॉकड्रिल सभी को उनकी जिम्मेदारी से अवगत कराया।

सन 1999 में देश से विमान हाईजैक होने के बाद दो घंटे तक भारत सीमा में ही रहा, लेकिन तब कोई व्यवस्था न होने की वजह से उसे रोक नहीं पाया गया। इस घटना के बाद भारत सरकार ने नेशनल एंटी हाईजैकिंग पॉलिसी बनाई। इसके तहत ही एसपी सिटी ने मंगलवार को गोरखपुर एयरपोर्ट पर मॉकिड्रल कराई।

एसपी सिटी कृष्ण कुमार ने बताया कि विमान के हाईजैक होते ही सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी मिल जाएगी। एयरफोर्स और पुलिस की संयुक्त टीम सक्रिय होगी। इसी समय एनएसजी को इसकी जानकारी पहुंच जाएंगी। साथ ही डीएम और एसएसपी को भी संदेश आ जाएगा। यह संदेश आते ही सभी एजेंसियां सक्रिय होकर उसे रोकने का काम करेंगी।

 

घटना होने पर ऐसे काम करेंगे सुरक्षा कर्मी

  • सूचना आते ही एयरफोर्स की क्यूआरटी सबसे पहले जाएगी।
  • इसके तुरंत बाद ही पुलिस की स्पेशल क्यूआरटी चली जाएगी।
  • एनएसजी यूनिट, डीएम और गोरखपुर एसएसपी को संदेश आ जाएगा।
  • फाइटर प्लेन तुरंत सक्रिय हो जाएंगे और हवा में हाईजैक विमान को रोककर सुरक्षित स्थान पर लैंड करा देंगे।
  • आइसोलेसन इलाके में विमान के उतरते ही आला अफसर बात करेंगे।
  • इसके बाद दिल्ली से सरकार और आला अफसर हाईजैकर से बात कर सकेंगे
  • बाहर यातायात व्यवस्था, मीडिया को सुरक्षित जगह रखने की व्यवस्था।
  • एयरफोर्स का 150 बेड का अस्पताल इसके लिए तत्काल रिजर्व हो जाएगा।
  • एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने कहा कि एयरपोर्ट पर मंगलवार को मॉकड्रिल की गई है। नेशनल एंटी हाईजैकिंग पॉलिसी के तहत बनी संयुक्त टीम काम करेगी। सबको बताया गया है कि अगर ऐसी स्थिति होती है तो फिर किसको क्या काम करना होता है। मीडिया, बाहर के रास्ते का आवागमन के साथ ही एयरफोर्स का अस्पताल सब जगह किस तरह एक साथ व्यवस्था होगी, यह सब समझाया गया।