शीतगृहों में भाड़ा पिछले वर्ष की भांति ही रहेगा। यह भाड़ा करीब 230 से 260 रुपये प्रति क्विंटल है। इसमें शीतगृह संचालक वृद्धि नहीं करेंगे।

हाथरस के शीतगृहों में आलू भंडारण सुगमता से कराए जाने को लेकर डीएम अर्चना वर्मा ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट में बैठक की। इसमें किसानों ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में भाड़ा न बढ़ाया जाए क्योंकि आलू का बाजार भाव काफी कम है। इस पर जिला उद्यान अधिकारी अनीता सिंह ने बताया कि ऑपरेशन ग्रीन जनपद में लागू होने जा रहा है। उन्होंने शीतगृह का किराया नहीं बढ़ाने का भी आश्वासन दिया।

जिला उद्यान अधिकारी अनीता सिंह ने कहा कि भंडारण एवं परिवहन पर 50 प्रतिशत का अनुदान, एफपीओ सहकारी समितियों, खाद्य प्रसंस्करणकर्ता आदि को इसके तहत वित्तीय सहायता से लाभान्वित किया जाता है। जिलाधिकारी ने शीतगृह स्वामियों को निर्देशित किया कि शीतगृह का संचालन उत्तर प्रदेश कोल्ड स्टोरेज विनियमन अधिनियम 1976 के अधीन बनाए गए नियमों पर किया जाए।

भंडारण की तौल पट्टी, जिस पर भंडारण शुल्क का उल्लेख हो, अवश्य उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि शीतगृह पर किसान अधिकार-पत्र, भंडारण शुल्क एवं भंडारण स्थिति मुख्य द्वार पर प्रदर्शित कराई जाए। रिक्त होने पर किसी भी कृषक का आलू भंडारित करने से मना न किया जाए। बैठक के अंत में लाइसेंसशुदा कमीशन एजेंट एवं निर्यातक तथा शीतगृह स्वामियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भी दिया।

230-260 रुपये प्रति क्विंटल है शीतगृह का किराया
हॉर्टिकल्चर इंस्पेक्टर बाबूलाल ने बताया कि बैठक में यह तय हुआ है कि शीतगृहों में भाड़ा पिछले वर्ष की भांति ही रहेगा। यह भाड़ा करीब 230 से 260 रुपये प्रति क्विंटल है। इसमें शीतगृह संचालक वृद्धि नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी यह साफ नहीं है कि इस योजन का लाभ कहां से मिलेगा। संभावना है कि मंडी से ही किसानों को योजना का लाभ मिलेगा। जल्द ही यहां के किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा।