अयोध्या में राम लला की मूर्ति के निर्माण के लिए कर्नाटक के कारकला से भी एक विशाल शिला अयोध्या श्रीराम जन्म जन्मभूमि अयोध्या के लिए रवाना की गई है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर शाम शिला पूजा के बाद एक विशाल ट्रक में इसे अयोध्या के लिए रवाना किया।
अयोध्या में जोर शोर से रामजन्मभूमि के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयारियां शुरू हो गई है। इसी बीच अयोध्या में राम लला की मूर्ति के निर्माण के लिए कर्नाटक के कारकला से भी एक विशाल शिला अयोध्या श्रीराम जन्म जन्मभूमि अयोध्या के लिए रवाना की गई है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर शाम शिला पूजा के बाद एक विशाल ट्रक में इसे अयोध्या के लिए रवाना किया।
नेपाल के साथ ही देश के कई हिस्सों से मंगाई जा रही शिलाएं
ट्रस्ट की ओर से राम लला की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल के साथ साथ देश के अलग हिस्सों से शिलाएं मंगाई जा रही हैं। मूर्ति बनाने का काम देश के 5 हस्तशिल्पियों को सौंपा गया है। जानकारी के मुताबिक इन शिलाओं में से जिस भी शिला से राम लला की दिव्य और भव्य मूर्ति बनेगी, उस मूर्ति को विराजमान किया जाएगा।
कर्नाटक में इस जगह से किया गया शिला का चयन
कर्नाटक के कारकला इलाके में तुंगभद्रा नदी के तट पर बनी एक छोटी पहाड़ी से इस शिला का चयन किया गया है। गांव के लोगों ने हिंदू संगठनों के साथ मिलकर हर्षोल्लास के साथ शिला की पूजा कर इसे अयोध्या के लिए रवाना किया।
गौरतलब है कि विहिप के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने रामजन्मभूमि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कब होगी इसे लेकर अपनी ओर से बड़ा खुलासा किया है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने राम जन्मभूमि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्य को लेकर कहा कि ‘मकर संक्रांति के बाद 15 दिन के अंदर राम जन्मभूमि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न होगा। इसमें लाखों लोग उस प्राण प्रतिष्ठा में सहभागी होंगे।
पिछले राम जन्म उत्सव के दौरान 25 से 40 लाख लोग दर्शन के लिए पहुंचे थे, तो अब प्राण प्रतिष्ठा के दौरान और बड़े पैमाने पर भक्तगण अयोध्या पहुंचेंगे। प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी और भक्तों की इस दौरान आने की लालसा देखते हुए उसकी तैयारी अभी से शुरू हो गई है। उत्तरायण में प्राण प्रतिष्ठा करने की तैयारी है।’