साहब, बेटी को नहीं मारता तो क्या करता.. पूरा मोहल्ला ताना देता था। मेरा जीना ही मुश्किल हो गया था। बेटी को बहुत समझाया लेकिन वह नहीं मानी, इसलिए उसे मौत दे दी। यह कहना था 63 साल के राधेश्याम गुप्ता का। 17 साल की बेटी खुशबू की अंगौछे से गला दबाकर हत्या करने वाले राधेश्याम ने पुलिस को दिए कबूलनामे में बेटी के प्यार को ही हत्या की वजह बताया।

कल्याणपुर के कश्यपनगर में मंगलवार को ऑनर किलिंग की घटना से मोहल्ले में दहशत रही। हत्यारोपी राधेश्याम की पत्नी रेखा की 2012 में मौत हो चुकी है। परिवार में एक बेटा संदीप और तीन बेटियां सोनी, पूजा और छोटी बेटी खुशबू थी। सोनी और पूजा की शादी हो चुकी है। राधेश्याम ने पुलिस को बताया कि खुशबू के एक साल से बंबा निवासी हर्ष से प्रेम संबंध थे।

 

बेटी को हर्ष के साथ घूमते हुए कई बार देखा था तो मना भी किया लेकिन वह नहीं मानती थी। उसने हर्ष से मिलना नहीं छोड़ा। मोहल्ले के लोग बताते थे कि उसके और बेटे के घर से जाने के बाद अक्सर हर्ष घर पर आता था। रोज मोहल्ले के लोग इसपर ताने मारते थे। बेटी को समझाया लेकिन वह नहीं मानी।

अंगौछे से गला कसकर मार डाला
मंगलवार सुबह राधेश्याम ई रिक्शा चलाकर घर लौटा तो खुशबू को हर्ष से बात नहीं करने को कहा। बात न मानने पर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा। राधेश्याम के मुताबिक दो मिनट के बाद ही बेटी हर्ष से फोन पर बात करने लगी तभी अंगौछे से उसका गला कसकर मार डाला।

पुलिस बोली थी पहले बेटी को संभालो
एक सप्ताह पहले राधेश्याम ने पनकी रोड चौकी में बेटी के प्रेमी हर्ष के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत से नाराज होकर हर्ष ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। दोबारा शिकायत करने पर पुलिस हर्ष को पकड़कर चौकी लाई थी। कुछ देर बैठाने के बाद उसे छोड़ दिया था। विरोध दर्ज कराने पर पुलिस ने कहा था कि पहले अपनी बेटी संभालो।शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य एकत्रित किए हैं। अगर पुलिस की कोई लापरवाही सामने आएगी तो कार्रवाई होगी।– विकास कुमार पांडेय, एसीपी कल्याणपुर