डॉ. सुरेखा किशोर ने बताया कि एम्स की ओपीडी में काफी संख्या में गंभीर मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे मरीजों की सुविधा को देखते हुए सुपर स्पेशियलिटी विभाग की ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत सप्ताह में एक से दो दिन सुपर स्पेशियलिटी की ओपीडी चलाई जाएगी।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज कराने वाले मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। एम्स में सुपर स्पेशियलिटी विभाग भी की ओपीडी जल्द ही शुरू होगी। इसके बाद से गंभीर मरीजों का इलाज भी एम्स में शुरू हो जाएगा। इसके लिए एम्स प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है।

एम्स के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा और कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर की पहल पर यह फैसला लिया गया है। डॉ. सुरेखा किशोर ने बताया कि एम्स की ओपीडी में काफी संख्या में गंभीर मरीज इलाज के लिए आते हैं। ऐसे मरीजों की सुविधा को देखते हुए सुपर स्पेशियलिटी विभाग की ओपीडी चलाने का निर्णय लिया गया है।

.इसके तहत सप्ताह में एक से दो दिन सुपर स्पेशियलिटी की ओपीडी चलाई जाएगी। इसमें गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी, इंडोक्राइनोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, कार्डियोवैस्कुलर थोरसिक सर्जरी, न्यूरो सर्जरी के विशेषज्ञ मरीजों का इलाज करेंगे। इसके लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से डॉक्टर आएंगे। साथ ही शहर के कुछ डॉक्टरों से भी संपर्क किया गया है, जिन्होंने हामी भर दी है।

 

 

सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों के लिए नियम में किया जाएगा बदलाव

निदेशक ने बताया कि एम्स में सुपर स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों को लाने के लिए नियम में बदलाव किए जा रहे हैं। इसके लिए एम्स प्रशासन गवर्निंग बॉडी से विशेष प्रस्ताव पास कराने की तैयारी में हैं। इससे देश के दूसरे एम्स के डॉक्टर अनबुंध के तहत मरीजों का इलाज करेंगे।

एक ही सिस्टम से जुड़ेंगी सभी जांचें
निदेशक ने बताया कि एम्स में मरीजों की दो तरह की जांच होती हैं। एक एम्स प्रशासन कराता है। जबकि, दूसरी जांच हिंद लैब की तरफ से कराई जाती है। यह रिपोर्ट अभी मरीजों को अलग-अलग एप पर मिलती है। जल्द ही इसके लिए एक नया एप विकसित किया जा रहा है, जिससें मरीजों को एक ही एप पर एम्स और हिंद लैब की रिपोर्ट मिल सके। इससे मरीजों को रिपोर्ट दिखाने में आसानी होगी।

एम्स में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ेगी
देश दीपक वर्मा ने बताया कि एम्स प्रशासन ने विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है। एम्स में 13 क्लीनिकल ब्रांच हैं। इनमें डॉक्टरों के कई पद रिक्त हैं। एम्स प्रशासन इन पदों पर डॉक्टरों की भर्ती करेगा। इससे मरीजों के इलाज में आसानी होगी।

एक रुपये में करा सकेंगे डायलिसिस, मुख्यमंत्री करेंगे उद्घाटन

किडनी की बीमारी से जूझ रहे आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। गोला ब्लॉक के भरौली गांव में बांबे इंटलीजेंस सिक्योरिटी (बीआईएस) ने 10 बेड की डायलिसिस यूनिट तैयार की है। इसमें कोई भी मरीज एक रुपये खर्च कर डायलिसिस करा सकता है। इसका उद्घाटन 29 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। अच्छी बात यह है कि किट से लेकर दवाओं तक का खर्च कंपनी ही करेगी।

बीआईएस के महाप्रबंधक मनोज सिंह ने बताया कि यूनिट का खर्च हर माह करीब 10 से 11 लाख रुपये आएगा। इसके लिए कंपनी ने पहले ही 25 करोड़ की एफडी कराई गई है। इसी एफडी के ब्याज से डायलिसिस का सभी खर्च निकल जाएगा। यह यूनिट संस्थान के संस्थापक आरएन सिंह की स्मृति में तैयार की गई है। डायलिसिस के लिए कोई भी व्यक्ति आ सकता है। पहले आने वाले लोगों को मौका दिया जाएगा। बेड फुल होने के बाद मरीजों को बाद में बुलाया जाएगा।