अतीक को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश बोले कि अतीक ने वर्ष 2018 में फूलपुर संसदीय उपचुनाव लड़ा। उस समय वह देवरिया जेल में बंद थे। सरकार बताए कि अतीक के पर्चा भरने के लिए जरूरी कागज भाजपा के किस नेता ने पूरे करवाए।

सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा को हटाने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने अपने संगठनात्मक उद्देश्यों को सामने रखते हुए माफिया अतीक अहमद के मामले पर भी बेबाकी से बात रखी। उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि फूलपुर उपचुनाव लड़ने के लिए देवरिया जेल में बंद अतीक अहमद के नामांकन के कागज किस भाजपा नेता ने पूरे कराए। उन्होंने कई मुद्दे पर चंद्रभान यादव और अजित बिसारिया के साथ विचार साझा किए। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश-

सवाल: सत्ता पक्ष कहता है कि अतीक को सपा ने आगे बढ़ाया।
जवाब: अतीक ने वर्ष 2018 में फूलपुर संसदीय उपचुनाव लड़ा। उस समय वह देवरिया जेल में बंद थे। सरकार बताए कि अतीक के पर्चा भरने के लिए जरूरी कागज भाजपा के किस नेता ने पूरे करवाए। भाजपा इस तरह के मामले इसलिए उठाती है कि महंगाई, बेरोजगारी और बढ़ते अपराधों से आम जनता का ध्यान हटा सके। जनता को प्रदेश में निवेश की हकीकत बताने से बच सके।

सवाल: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ विपक्षी पार्टियों का मोर्चा होगा या कांग्रेस के बिना?
जवाब: सपा का गठन, भाजपा और कांग्रेस के खिलाफ हुआ है। हम डॉ. राममनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव अंबेडकर और नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के सिद्धांतों पर चलने वाले हैं। आज पूरा देश बदलाव चाहता है। तमिलनाडु में एमके स्टालिन, तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव, पश्चिमी बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी मजबूत हैं। यूपी में सपा मुख्य विपक्षी दल है। इसलिए जिस राज्य में जो क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है, कांग्रेस को वहां उस पार्टी को समर्थन करना चाहिए।

सवाल: क्या कांग्रेस इसके लिए तैयार होगी?
जवाब: यह तो कांग्रेस ही बता सकती है। पर इतना ही कहूंगा कि क्षेत्रीय पार्टियों से राष्ट्रीय पार्टी को कोई खतरा नहीं होता है। अलबत्ता राष्ट्रीय पार्टी, क्षेत्रीय पार्टियों को नुकसान जरूर पहुंचा सकती हैं।

सवाल – सत्ता पक्ष कह रहा है कि सपा नेता रामचरितमानस का सम्मान नहीं करते हैं?
जवाब – 
हम रामचरितमानस सहित सभी धर्म ग्रंथों का सम्मान करते हैं। हमारा स्पष्ट मत है कि धर्म में बहस का स्थान नहीं होता। हिंदू धर्म में उदारवाद ओर कट्टरता की लड़ाई पांच हजार वर्षों से चली आ रही है। उदारवाद का समर्थक होने के कारण जो गलत है, उसे गलत कहने से हम कभी नहीं रुकेंगे। ताड़ना का जो अर्थ है, बात आएगी तो उसे उसी रूप में कहेंगे।सवाल – सपा सरकार में हुए निर्माण कार्यों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं?
जवाब 
– लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के निर्माण में घपले के आरोप लगाए गए लेकिन जिस कंपनी ने इसे बनाया, उसी से अयोध्या में राममंदिर बनवाया जा रहा है। जौनपुर में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए एक नामचीन कंपनी को सपा शासन में ठेका दिया गया था लेकिन भाजपा ने सत्ता में आने पर उस कंपनी को बदलकर सजातीय ठेकेदार को काम दे दिया। बताइये, भ्रष्टाचार कौन कर रहा है।

सवाल – भाजपा का दावा है कि वह रामराज की संकल्पना को साकार कर रही है।
जवाब –
 सारे सरकारी संस्थानों को बेचकर कौन सा रामराज आएगा, यह बताना चाहिए। क्या देश और प्रदेश संविधान या राज्यपाल व्यवस्था से नहीं, मठ की व्यवस्था से चलाया जाएगा। धर्म ग्रथों में लिखा है कि माया में रहकर जो माया से दूर रहे वही योगी है। यहां तो अतिक्रमण के नाम पर दुकानें गिराते हैं और कोई मुआवजा नहीं देते। जबकि मठ की दीवार तोड़ने पर 60 करोड़ रुपये का मुआवजा ले लिया जाता है। समाजवाद के रास्ते ही रामराज आ सकता है।

सवाल – योगी सरकार ने छह साल की उपलब्धियों में अपने तमाम काम गिनाए हैं?
जवाब –
 इनकी उपलब्धियां हवा-हवाई हैं। लोकभवन के जिस ऑडिटोरियम में सीएम छह साल की उपलब्धियां गिना रहे थे, वह किसने बनवाया। जिस स्टेडियम में शपथ ली, उसे किसने बनवाया। आज तक यह समाजवादी सरकार के कामों को ही गिना रहे हैं।

सवाल – किसान हित में एमएसपी पर रिकॉर्ड खरीद की गई।
जवाब –
 सरकार बताए कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कितनी सरसो खरीदी? आलू खेतों में सड़ रहा है। मुझे लोग इसके वीडियो भेज रहे हैं। सरकार आलू कहां खरीद रही है, यह भी बताएं? सब खोखले दावे हैं। एक भी खरीद केंद्र नहीं खोला है। गेहूं और धान खरीद के फर्जी आंकड़े पेश किए जा रहे हैं। सिर्फ फ्लोर मिल मालिकों व भाजपा से जुड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जा रहा है। समस्याओं के समाधान के लिए सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है।

सवाल – राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सबसे अहम फैसला क्या रहा?
जवाब – 
हमारा फोकस संविधान बचाना और लोकसभा की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हराना है। इसके लिए हर स्तर पर संघर्ष करेंगे। भाजपा संवैधानिक संस्थानाओं का दुरुपयोग कर रही है। आरक्षण खत्म करना चाहती है।

सवाल – लोकसभा चुनाव जीतने के लिए क्या तैयारी है?
जवाब – 
संगठन पूरी तरह से सक्रिय है। ज्यादातर पदाधिकारियों की घोषणा हो चुकी है। शेष सक्रिय हैं। बूथ सम्मेलन करने जा रहे हैं। भाजपा के हर झूठ का पर्दाफाश करेंगे।

सवाल – लोहियावादियों और अंबेडकरवादियों के एक मंच पर आने का कितना फायदा मिलता दिख रहा है?
जवाब – 
 दोनों की लड़ाई एक है। आज सबसे बड़ा सवाल संविधान बचाने का है। डॉ. लोहिया भी चाहते थे कि अंबेडकरवादी साथ आएं। जो भी संविधान बचाना चाहता है, वह सपा की लड़ाई के साथ है।

सवाल – कई सपा नेताओं पर कार्रवाई हो रही है?
जवाब – 
समाजवादी लोग किसी भी दमनात्मक कार्रवाई से झुकने वाले नहीं हैं। नेताजी की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर संघर्ष करेंगे। जो अफसर मनमानी कर रहे हैं, उन्हें भी याद रखना चाहिए कि सरकार तो आती-जाती रहती है।

सवाल – जातीय जनगणना की मांग अभी तक अनसुनी है।
जवाब – 
जातीय जनगणना कराने से सरकार डरती है। क्योंकि फिर पिछड़ों व दलितों को उनका वाजिब हक देना पड़ेगा। जातीय जनगणना हमारा सर्वोच्च एजेंडा है।