खुले आसमान में उड़ रहे सारस को अब चिड़ियाघर का बाड़ा रास नहीं आ रहा हैं। सारस को आरिफ से जुदा कर कानपुर प्राणी उद्यान लाया गया है। उसने दो दिन में सिर्फ जीवित रहने भर का खाना खाया है।
फरवरी में अमेठी के मो. आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर छा गई थी। ठीक उसी तरह अब उनका बिछड़ना भी सुर्खियों में बना हुआ है। सारस को आरिफ से जुदा कर कानपुर प्राणी उद्यान लाया गया है। उसने दो दिन में सिर्फ जीवित रहने भर का खाना खाया है। मंगलवार को दिनभर में एक उबला आलू और चावल खाया।
इसके बाद कीपर और डॉक्टर ने उसे काफी फुसलाने की कोशिश की लेकिन सारी कवायद फेल रही। सारस दिनभर उदास एक कोने में बैठा रहा। क्वारंटीन रहने तक चिड़ियाघर प्रशासन ने उससे मिलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इतने दिनों से खुले आसमान में उड़ रहे सारस को अब चिड़ियाघर का बाड़ा रास नहीं आ रहा हैं। रविवार रात में सारस को खाने के लिए मछली दी गई थीं लेकिन उसने दो चार मछली खाईं शेष छोड़ दी थीं। खाना छोड़ने के कारण उसके स्वास्थ्य में खराबी आने की संभावना जताई जा रही है।
रेंजर नावेद इकराम ने बताया कि नई जगह आने के कारण अभी सारस खाना नहीं खा रहा है हालांकि हम लोग लगातार उसे बहलाने के प्रयास में लगे हुए हैं। निगरानी के लिए बाड़े के पास दो कीपर और एक डॉक्टर की ड्यूटी लगा दी है। साथ ही बाड़े के बाहर एक कैमरा भी लगाया गया है। जिससे सारस की हर गतिविधि उसमें कैद होती रहे। इसके अलावा किसी अन्य कर्मचारी को उसके बाड़े के पास जाने की अनुमति नहीं है।