आठ वर्षों से स्कूल में बिना रोशनी के पढ़ रहे विद्यार्थी

– चार स्कूलों में बकाया जमा न होने पर नहीं जोड़ा गया बिजली कनेक्शन

माई सिटी रिपोर्टर

ग्रेटर नोएडा। कक्षा पांच से भर्ती हुए बच्चे आज जब स्कूल छोड़ने को तैयार हैं तो उन्हें याद भी नहीं कि कभी इस स्कूल में बिजली आती भी है या नहीं। शहर के उच्च प्राथमिक स्कूल चूहड़पुर में पिछले आठ वर्षों से बच्चे सूरज देव की कृपा पर निर्भर हैं। यहां वर्षों से विद्यार्थियों ने पंखा चलता हुआ नहीं देखा। वहीं कुछ यही कहानी दनकौर ब्लॉक स्थित तीन और स्कूलों की भी है।
दनकौर ब्लाक स्थित उच्च प्राथमिक स्कूल चूहड़पुर खादर में वर्ष 2015 में बिजली के बिल का बकाया जमा न होने पर कनेक्शन काटा गया था। यहां कक्षा छह से लेकर आठ तक 45 छात्र पंजीकृत हैं। बिजली की समस्या पर शिक्षक कई बार बेसिक शिक्षा विभाग को अवगत करा चुके हैं। इसके बाद भी हालात जस के तस हैं। गर्मी के दिनों में बिना पंखों के विद्यार्थियों और शिक्षकों का हाल बेहाल हो जाता है। इसके अलावा बारिश और सर्दी के मौसम में जब कभी सूरज की रोशनी कम होती है तो यहां अंधेरे में पढ़ाई कराना भी मुश्किल हो जाता है।


पोलिंग बूथ बनाया तो आई थी बिजली
स्कूल के बच्चों का कहना है कि कुछ वर्ष पहले विधानसभा चुनाव के दौरान स्कूल में पोलिंग बूथ बनाया गया था। इस दौरान स्कूल में बिजली कनेक्शन जोड़ा गया था। हालांकि कुछ दिनों बाद ही इसमें फाल्ट हो गया, इसके बाद इसे कोई ठीक करने ही नहीं आया। दनकौर ब्लॉक के अलावा दादरी, जेवर में भी कुछ स्कूलों में कमोवेश यही हालत हैं।
स्कूलों में बिजली का कनेक्शन है पर बिल बकाया होने पर कई स्कूलों की बिजली काट दी गई थी। बिजली के बकाया बिल की फाइल शासन को भेज दी गई है। स्कूल में जल्द बिजली बहाल कराई जाएगी।

अविनाश सिंह, डीसी निर्माण बेसिक शिक्षा विभाग