देश में कोरोना संक्रमण दोगुना रफ्तार से बढ़ रहा है। बीते एक सप्ताह के दौरान रोजाना संक्रमित मिलने वाले रोगियों की संख्या अब दोगुना तक पहुंच गई है। देश में शुक्रवार के कोरोना के 3,095 संक्रमितों की पहचान की गई। यह लगातार दूसरा दिन है, जब एक दिन में सामने आए नए मामलों का आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंचा है।
जानकारी के मुाबिक, बीते 24 घंटे में देश में कोरोना की वजह से पांच लोगों की मौत भी हुई है। इसमें गोवा-गुजरात में एक-एक और केरल में तीन मरीजों की मौत शामिल है। इसी के साथ अब तक 5.30 लाख लोगों की कोरोना की वजह से जान गई है। दैनिक सकारात्मकता 2.61 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि साप्ताहिक सकारात्मकता 1.91 प्रतिशत आंकी गई। देश में कोरोना के कुल मामले 4.47 करोड़ (4,47,15,786) हो गए हैं।
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि देश में तीन हजार से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, जो बीते छह महीने में पहली बार हुआ था। बीते सप्ताह तक देश में औसतन 1,500 लोग रोजाना संक्रमित मिल रहे थे।
मंत्रालय के अनुसार, एक दिन में कोरोना वायरस के 3,016 मामले दर्ज किए गए थे। इससे पहले दो अक्तूबर 2022 को कोरोना के 3,375 केस सामने आए थे। इसके अलावा कोरोना से 1,396 लोग ठीक भी हुए थे। एक दिन पहले सक्रिय मामले 13,509 थे, जो अब बढ़कर 15,208 हो गए हैं।
अब नेपाल जाने के लिए मास्क अनिवार्य
रैपिड एंटीजन जांच में एक भारतीय के पॉजीटिव पाए जाने के बाद नेपाल ने मास्क फिर से अनिवार्य कर दिया है। बिना मास्क के झूलाघाट के रास्ते नेपाल जाने वाले लोगों को लौटा दिया जाएगा।
टीवी अभिनेत्री माही विज कोरोना संक्रमित
टीवी की मशहूर अभिनेत्री माही विज कोरोना संक्रमित हो गई हैं। अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए जानकारी दी।माही ने कहा, मुझे कोविड हो गया है। पहले मुझे बुखार और जुकाम हुआ फिर सब मुझे बोल रहे थे कि टेस्ट मत करवाओ लेकिन मैंने टेस्ट करवाया और अब मैं संक्रमित हूं। ब्यूरो
गर्भावस्था के दौरान कोरोना से संक्रमित हुई मां के बच्चे में मोटापे का खतरा अधिक
गर्भावस्था के दौरान कोविड से संक्रमित माताओं के बच्चों में मोटापे की समस्या अधिक होने की आशंका है। बोस्टन स्थित मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल में किए गए अध्ययन में यह दावा किया गया है। हॉस्पिटल की प्रबंध निदेशक लिंडसे टी फोरमैन ने बताया कि अमेरिका में 2019 के बाद से कोविड-19 के 10 करोड़ से अधिक मामले सामने आए। स्वास्थ्य पर इस संक्रमण के दीर्घकालिक असरों को जानने के लिए यह अध्ययन किया गया।
2019 से 2022 तक चले अध्ययन में सामने आया कि गर्भ में ही कोरोना वायरस के संपर्क में आने वाले बच्चों में मोटापा, मधुमेह और हृदय संबंधी रोगों का खतरा सामान्य बच्चों की तुलना में ज्यादा है। फोरमैन ने बताया कि अध्ययन में 150 नवजात शिशुओं को शामिल किया गया, जिनकी माताएं गर्भावस्था के दौरान कोविड-19 से संक्रमित थीं। तुलनात्मक अध्ययन में उन 130 बच्चों को भी शामिल किया गया, जो गर्भ में संक्रमण के संपर्क में नहीं आए थे। गर्भ में संक्रमण के संपर्क में आए शिशुओं में जन्म के समय अपेक्षाकृत वजन कम था। यह अध्ययन एंडोक्राइन सोसाइटीज जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्रायनोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।