मुख्य परियोजना प्रबंधक, गति शक्ति राघवेंद्र कुमार ने बताया कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन पर एयर कनकोर्स के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, फूड प्लाजा, शापिंग माल, होटल, अस्पताल, आने एवं जाने वाले यात्रियों के आवागमन के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी।

ट्रेन और बस से सफर करके रेलवे स्टेशन और बस अड्डा पर आने वालों को पहली नजर में स्मार्ट सिटी की झलक दिखने लगेगी। स्टेशन भवन पर जहां गोरखनाथ मंदिर का अक्स दिखेगा तो वहीं परिसर में मॉल व शापिंग कॉम्प्लेक्स के साथ रेस्टोरेंट बनेगा।

स्टेशन के बाहर सड़क से ठेले-खोमचे हटाए जाएंगे। सड़क 30 मीटर चौड़ी दिखेगी, कहीं भी अतिक्रमण नहीं रहेगा। सड़क पर टैक्सी गाड़ियां नहीं खड़ी रहेंगी, यात्रियों से किराया भी ज्यादा कोई नहीं लेने पाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने बृहस्पतिवार को एनेक्सी भवन में पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण ने रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास योजना और बस अड्डे तक आवागमन की सुविधा के लिए बनाए गए मॉडल को प्रस्तुत किया।

बताया कि निर्माण संबंधित कार्यों में 612 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने रेलवे की योजना को सराहा और कहा कि गोरखपुर जंक्शन गोरखपुर की पहचान बने, इस दिशा में कार्य करना होगा। प्रधानमंत्री की यही मंशा है कि हमारे भवन हमारे पहचान बनें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर रेलवे स्टेशन से गोरखपुर के साथ देवरिया, बस्ती, संतकबीरनगर, महराजगंज, नेपाल एवं पूर्वी बिहार की जनता भी यात्रा करती है। एयरपोर्ट की तरह प्री-पेड टैक्सी की व्यवस्था कराएं, ई-रिक्शा का पंजीकरण कराकर चलाने की व्यवस्था बनाएं। स्ट्रीट वेंडर को अच्छी सुविधाएं दें। उन्हें स्थान चिन्हित कर जगह उपलब्ध कराएं।

उन्होंने निर्देश दिया कि रेलवे के वाशिंग पिट से निकलने वाले गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए रेलवे एसटीपी लगवाए। नगर निगम जल निकासी की व्यवस्था को बेहतर ढंग से करे।

इस अवसर पर एडीजी अखिल कुमार, कमिश्नर रवि कुमार एनजी, आईजी जे रविन्द्र गौड, जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश, एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर रंजन यादव, डीआरएम लखनऊ आदित्य कुमार, सचिव/महाप्रबन्धक डीके खरे, सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।

नशा करने वालों को पुनर्वास केंद्र भेजें

मुख्यमंत्री ने कहा कि कहा कि रेलवे स्टेशन एवं आसपास के क्षेत्रों में नशा करने वाले लोगों को चिन्हित करके पुनर्वास केंद्र भेजें। उनके जीवन में बदलाव लाने का प्रयास करें। स्टेशनों पर दिव्यागजनों एवं बुजुर्गों के लिए सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए।

एयरपोर्ट की तर्ज पर मिलेंगी सुविधाएं
मुख्य परियोजना प्रबंधक, गति शक्ति राघवेंद्र कुमार ने बताया कि एयरपोर्ट की तर्ज पर रेलवे स्टेशन पर एयर कनकोर्स के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, फूड प्लाजा, शापिंग माल, होटल, अस्पताल, आने एवं जाने वाले यात्रियों के आवागमन के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशन को बस स्टैंड एवं भविष्य में बनने वाले मेट्रो स्टेशन के साथ जोड़ने का प्रस्ताव है।