कानपुर में अग्निकांड की स्थिति देखने जब सपा मुखिया अखिलेश यादव बांसमंडी पहुंचे तो व्यापारी फूट-फूटकर रोए और मदद की गुहार लगाने लगे। व्यापारियों की बर्बादी का हाल जानने के बाद सपा मुखिया ने प्रदेश सरकार से मांग की कि तीन हजार करोड़ की क्षति के लिए व्यापारियों को अधिकाधिक मुआवजा दिया जाए। व्यापार के लिए अस्थायी रूप से वैकल्पिक स्थान दिया जाए और जर्जर बाजार की जगह नया बाजार बनाया जाए।

अग्निकांड के पीड़ितों को प्रशासन और संबंधित विभाग परेशान न करें, बल्कि उनसे सहानुभूति दिखाएं। अखिलेश यादव शनिवार शाम बांसमंडी पहुंचे थे। व्यापारियों से बात करने के बाद चीफ फायर अफसर दीपक कुमार से जानकारी ली। फायर अफसर कुछ सवालों के जवाब नहीं दे पाए। इसके बाद मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि यहां साफ तौर पर प्रशासन की लापरवाही दिख रही है। अगर समय से संसाधन जुटाकर आग बुझा दी जाती तो इतना नुकसान नहीं होता।

 

बिल्डिंग सीज करके कानूनी कार्रवाई की बात की जा रही है। प्रशासन डराएगा, धमकाएगा। सरकार से अपील है कि डराए, धमकाए नहीं व्यापारियों की मदद करे। इसके साथ ही व्यापारियों के साथ मशविरा करके कारोबार शुरू करने के लिए अस्थायी तौर पर जगह चिन्हित की जाए। उन्होंने कहा कि व्यापारियों की मेहनत से भरोसा बना है और बाहर के व्यापारी यहां आते हैं। सरकार नुकसान की भरपाई करे। इसके साथ ही व्यापारियों को मदद का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा मामले को विधानसभा में उठाएंगे। सपा मुखिया कानपुर उद्योग व्यापार मंडल के चेयरमैन रहे दिवंगत रामसेवक यादव के किदवईनगर स्थित आवास सांत्वना देेने गए। फिर भौंती में दीपू चौहान के यहां गए। इसके बाद कानपुर देहात के कार्यक्रमों शिरकत की। बांसमंडी के अग्निकांड की स्थिति देखने के बाद पूर्व महानगर अध्यक्ष डॉ. इमरान के श्यामनगर स्थित आवास सांत्वना देने गए। शुक्रवार को डॉ. इमरान के पिता अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. मो. इदरीस का निधन हो गया था।