“बिहार में देश के गृह मंत्री का कार्यक्रम जहां होने वाला हो, वहां धार्मिक जुलूस पर हमला हो। रोड़ेबाजी हो। अंधाधुंध फायरिंग हो। युवक की हत्या कर दी जाएगी। और, मुख्यमंत्री कहें कि लॉ एंड ऑर्डर का इश्यू नहीं है! यह तुष्टीकरण की राजनीति ही तो हैं। बिहार संभाल नहीं पा रहे हैं नीतीश कुमार। जाकर दोगुनी जनसंख्या वाले उत्तर प्रदेश को संभाल रहे बुलडोजर बाबा से सीखें। राज्य चलाने के लिए योगी बाबा की टेक्निक अपनावें।” रविवार को  केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पटना में यह बातें कहीं। वह बिहार में हो रही हिंसा और इस आधार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सासाराम रैली के रद्द होने पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

दुर्भाग्य है कि बंगाल की तर्ज पर ले जा रहे नीतीश
केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह ने पिछले तीन दिनों से चल रही हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि “दुर्भाग्य है कि नीतीश कुमार बिहार को बंगाल की तर्ज पर ले जा रहे हैं। ममता बनर्जी गजवा-ए-हिंद के रास्ते पर चल रहीं, मैं क्यों नहीं?   यह सोच है नीतीश कुमार की। जहां के बहुसंख्यक असुरक्षित महसूस करें, अपने धार्मिक जुलूस को नहीं निकाल पाएं…वहां क्या कहा जा सकता है। यहां की सरकार तुष्टीकरण की राजनीति कर रही है। पहले भी यह तुष्टीकरण करते थे। अब तो करैला, उसपर नीम चढ़ा MY समीकरण चल रहा है।” उन्होंने हिंसा को लेकर कहा कि “सरकार को यही नहीं पता कि कलेक्टर कहां, एसपी कहां है। नीतीश कुमार की अपने गृह जिले में इतनी ताकत है, फिर एक पक्ष को चढ़कर मारा जा रहा है। धार्मिक जुलूस में बम-गोली तो होता नहीं है। यह प्रशासनिक फेल्योर नहीं तो और क्या है? रात में एक पक्ष को सुरक्षा दी जा रही है और दूसरे वर्ग को राम भरोसे छोड़ दिया गया। मुख्यमंत्री आवास से दो किलोमीटर पर पीएफआई का अड्डा चलता था। पता नहीं था? पता था तो यह संरक्षण में चल रहा था?”

नीतीश का इंटेलिजेंस क्या कर रहा था?
गिरिराज सिंह ने कहा- “मोर सैंया कोतवाल तो डर काहे का…यह सोचकर हिंसा फैलाई जा रही है और पता नहीं सरकार के अधिकारी कहां-क्या कर रहे हैं! पता नहीं था कि जुलूस निकलने वाला है, हर साल निकलता है तो भी इनका इंटेलिजेंस सिस्टम क्या कर रहा था? सासाराम में बमबाजी हुई। धारा 144 लगाई गई। थानेदार कह रहे हैं कि धारा 144 लागू है। दूसरे दिन सासाराम में डीएम कह रहे है कि धारा 144 नहीं लगा है। सब तो मीडिया में चल रहा है।”

गली के हिसाब से बंटवारा क्यों हो रहा?
केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने कहा- “धार्मिक जुलूस के लिए गली को लेकर निर्धारण क्यों होगा? क्या नालंदा या सासाराम जिले में किसी धार्मिक जुलूस के लिए गली तय करना सही है? यह बंटवारा तो होना ही गलत है। क्या दूसरे धर्म के जुलूसों में गलियों की यह पांबदी लगती है? यह तुष्टीकरण या गलत संरक्षण क्यों? किसी को भी, कहीं भी जाने की आजादी अपने देश में नहीं मिलेगी तो क्या पाकिस्तान में मिलेगी? मुख्यमंत्री लाचार हैं तो बहाना कर रहे हैं। यूपी में दोगुनी आबादी है। वहां एक भी परिंदा पर नहीं मार पा रहा। उन्होंने लाउडस्पीकर हटाया तो मंदिरों से भी हटाया और मस्जिदों से भी हटाया। सीखना हो तो आपके बगल में उत्तर प्रदेश है, नीतीश कुमार जाकर बुलडोजर बाबा से सीख लें।”