‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के पचास साल पूरा हो गए हैं। भारत में बाघों के संरक्षण के लिए इस कार्यक्रम को शुरु किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को इस कार्यक्रम की सराहना की और कहा कि यह देश के पारिस्थिक संतुलन को बहाल करने और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने का प्रयास करने के लिए लोगों के सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।
कांग्रेस नेता ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, देश को इसी रास्ते पर आगे बढ़ना जारी रखना चाहिए और प्रकृति के संरक्षण और रक्षा के लिए कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय विरासत है, जिस पर हम सभी को गर्व होना चाहिए। प्रोजेक्ट टाइगर की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर राहुल ने कहा कि यह वन्यजीव संरक्षण के प्रति भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की प्रेरणादायी विरासत को श्रद्धांजलि है।
यह महत्वकांक्षी परियोजना पचास साल पहले भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ की घटती आबादी के बीच शुरू की गई थी। गांधी ने कहा कि पांच दशक बाद परियोजना की शानदार सफलता भारत के पारिस्थितिक संतुलन को बहाल करने और प्रकृति के साथ सद्भाव में रहने का प्रयास हमारे लोगों के सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।
गांधी ने कहा कि यही दृढ़ संकल्प 2005 में भी दिखा था जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व में संप्रग सरकार ने बाघों के संरक्षण की दिशा में भारत के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए एक टाइगर टास्क फोर्स का गठन किया था।