क्षा निर्यात के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। निर्यात रिकॉर्ड के ऊचाई पर पहुंचने की जानकारी देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट के जरिए दी। पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री के इसी ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी।

रक्षा मंत्रालय ने कहा, रक्षा क्षेत्र के उपकरणों में भारत दुनिया के 85 देशों को प्रमुख रूप से डॉर्नियर-228 विमान, 155 एमएम एडवांस्ड टोएड आर्टिलरी गन (एटीएजी), ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल सिस्टम, राडार, बारूदी सुरंग से बचाने वाले वाहन, बख्तरबंद वाहन, पिनाका रॉकेट और लॉन्चर, गोला-बारूद, थर्मल इमेजर्स, उड़ान तकनीक और छोटे हथियारो के विभिन्न घटकों का निर्यात कर रहा है। इसके अलावा हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलिकॉप्टर और पोत वाहकों, एमआरओ (रखरखाव, मरम्मत और संचालन) सुविधाओं की वैश्विक मांग बढ़ रही है। वर्तमान में भारतीय उद्योग जगत की 100 कंपनिया रक्षा उत्पादों के डिजाइन और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया दिए, जिसमें उन्होंने कहा था कि शुक्रवार को समाप्त हुए वित्त वर्ष में भारत का रक्षा निर्यात 15,920 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। सिंह ने इसे देश के लिए उल्लेखनीय उपलब्धि भी बताया।

मोदी ने कहा, “उत्कृष्ट! यह भारत की प्रतिभा और ‘मेक इन इंडिया’ के प्रति उत्साह की स्पष्ट अभिव्यक्ति है।” इससे यह भी पता चलता है कि पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में किए गए सुधार अच्छे परिणाम दे रहे हैं। हमारी सरकार भारत को एक रक्षा उत्पादन केंद्र बनाने के प्रयासों का समर्थन करती रहेगी।”