फिल्म ‘दिल से’ से बॉलीवुड में कदम रखने वालीं प्रीति जिंटा (Preity Zinta) अपने पति जेन गुडइनफ के साथ यूएस में रहती हैं, साल 2021 में प्रीति सेरोगेसी के जरिए जुड़वां बच्चों की मां बनी हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा (Preity Zinta) भले ही लंबे समय से बड़े पर्दे से दूर हैं लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह अपने फैंस के साथ जुड़ी रहती हैं। प्रीति जिंटा ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया है जो कई तस्वीरों के कोलाज से बनाया गया है। इस वीडियो में प्रीति ने अपने गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर दर्शन की जर्नी दिखाई है। वीडियो के साथ प्रीति जिंटा (Preity Zinta) ने लंबा कैप्शन भी लिखा है जिसमें उन्होंने बताया के उन्हें मंदिर पहुंचकर कैसा महसूस हुआ।
कामाख्या मंदिर पहुंचीं प्रीति जिंटा
प्रीति जिंटा वीडियो में पिंक कलर के सूट में दुप्पटे से अपना सिर ढके नजर आ रही हैं। वीडियो में प्रीति ने दिखाया कि वह मंदिर परिसर के अंदर हैं, इसके साथ ही प्रीति ने मंदिर के आस-पास की दुकानों और एक तालाब की झलक भी दिखाई है। प्रीति को मंदिर में एक संत से कामाख्या मंदिर की मूर्ति भी मिली है जो एक्ट्रेस ने वीडियो में दिखाई है। प्रीति जिंटा ने वीडियो के साथ पोस्ट में बताया कि उन्हें इस मंदिर तक पहुंचने के लिए रातभर जागना पड़ा।’
प्रीति जिंटा का पोस्ट
प्रीति जिंटा ने वीडियो के साथ अपने पोस्ट में लिखा, ‘गुवाहाटी जाने का मेरा एक कारण प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर जाना था। भले ही हमारी उड़ान कई घंटों के लिए विलंबित थी और मैं पूरी रात जागी थी, लेकिन मंदिर में प्रवेश करते ही यह सब सार्थक लगने लगा। जब मैं वहां गई तो मुझे पावरफुल वाइब्रेशन और शांति महसूस हुई। स्थिरता और कृतज्ञता के ये क्षण चारों ओर की सभी अराजकता और निर्णय के लिए आपको तैयार करते हैं और इसके लिए मैं आभारी हूं। यदि आप में से कोई भी गुवाहाटी घूमने जाए तो इस अविश्वसनीय मंदिर को देखना न भूलें। आप मुझे बाद में धन्यवाद दे सकते हैं। जय माँ कामाख्या – जय माता दी।’ बता दें कि गुवाहाटी शहर में नीलाचल पहाड़ी पर माता सती के सबसे शक्तिशाली शक्तिपीठों में से एक कामाख्या देवी मंदिर स्थित है।
प्रीति जिंटा का पोस्ट
प्रीति जिंटा ने वीडियो के साथ अपने पोस्ट में लिखा, ‘गुवाहाटी जाने का मेरा एक कारण प्रसिद्ध कामाख्या देवी मंदिर जाना था। भले ही हमारी उड़ान कई घंटों के लिए विलंबित थी और मैं पूरी रात जागी थी, लेकिन मंदिर में प्रवेश करते ही यह सब सार्थक लगने लगा। जब मैं वहां गई तो मुझे पावरफुल वाइब्रेशन और शांति महसूस हुई। स्थिरता और कृतज्ञता के ये क्षण चारों ओर की सभी अराजकता और निर्णय के लिए आपको तैयार करते हैं और इसके लिए मैं आभारी हूं। यदि आप में से कोई भी गुवाहाटी घूमने जाए तो इस अविश्वसनीय मंदिर को देखना न भूलें। आप मुझे बाद में धन्यवाद दे सकते हैं। जय माँ कामाख्या – जय माता दी।’ बता दें कि गुवाहाटी शहर में नीलाचल पहाड़ी पर माता सती के सबसे शक्तिशाली शक्तिपीठों में से एक कामाख्या देवी मंदिर स्थित है।