कोरोना वायरस की सक्रियता को देखते हुए अभी बस अड्डे और एयरपोर्ट पर रोजाना 250 से 300 लोगों की टेस्टिंग हो रही है। इसे 400 करने को कहा गया है। इसी तरह नगर निगम में स्थापित कंट्रोल रूम आई ट्रिपल सी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है।

कोरोना वायरस की सक्रियता को देखते हुए शासन की ओर से जारी गाइडलाइन को जिला प्रशासन ने लागू कर दी है। इसके तहत बस अड्डे और एयरपोर्ट पर टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों जैसे बाजार, हाॅस्पिटल या अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर लोगों से मास्क लगाने की अपील की जाएगी।

अभी बस अड्डे और एयरपोर्ट पर रोजाना 250 से 300 लोगों की टेस्टिंग हो रही है। इसे 400 करने को कहा गया है। इसी तरह नगर निगम में स्थापित कंट्रोल रूम आई ट्रिपल सी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। जांच में जो संक्रमित पाए जाएंगे, उनकी मॉनीटरिंग कंट्रोल रूम से होगी। जिला प्रशासन के अनुसार फिलहाल सबसे ज्यादा जोर बाहर से आने वाले लोगों पर है। सामान्य लक्षण वाले को घर में ही किट उपलब्ध कराई जाएगी। गंभीर लक्षण वाले को तत्काल हास्पिटल में भर्ती कराया जाएगा।

गाइडलाइन के अहम बिंदु
– जिले के सभी निजी व सरकारी अस्पतालों को निर्देश हैं कि यदि किसी व्यक्ति में खांसी, बुखार व सांस लेने में कठिनाई के लक्षण पाए जाते हैं, तो उनकी जांच 24 घंटे में अनिवार्य रूप से कराई जाए।
– फ्रंट लाइन वर्कर, निगरानी समिति, सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी और सर्विलांस टीम को जहां भी बुखार, सांस के रोगी की सूचना मिलती हैं, उनके सैंपल जरूर लेने को कहा गया है।
– ग्रामीण क्षेत्रों में पहले की तरह आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, ग्राम निगरानी समिति के सदस्यों को सक्रिय कर लक्षण वाले व्यक्तियों की जांच कराने को कहा गया है।
कोरोना वायरस को देखते हुए बाहर से आने वाले लोगों की जांच पर विशेष फोकस किया गया है। इसके लिए बस अड्डे और एयरपोर्ट पर टीमों को अलर्ट किया गया है। रोजाना की जाने वाली जांच की संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।