संग्रामपुर में दो बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव 46 बच्चों में खसरा के लक्षण देखते हुए उनका सैंपल लेकर जांच को लखनऊ भेजे थे। इनमें आठ बच्चों में खसरा की पुष्टि हुई है।
बदायूं के बिसौली क्षेत्र के गांव संग्रामपुर में खसरा फैला रहा है। इसकी चपेट में आकर अब तक दो बच्चों की मौत हो चुकी है। आठ बच्चों की जांच में लक्षण पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने गांव पहुंचकर 450 बच्चों का टीकाकरण किया।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से खसरे पर रोकथाम को समय-समय पर मीजल्स रूबेला टीकाकरण अभियान चलाया जाता है। टीकाकरण अभियान में बच्चों को शत प्रतिशत टीका लगाए जाने का दावा भी किया जाता है। पिछले साल नवंबर और इस साल फरवरी माह में टीकाकरण अभियान चलाया गया था। मगर, बिसौली के गांव संग्रामपुर में टीकाकरण अभियान का असर दिखाई नहीं दिया।
गांव के रहने वाले दानिश का चार वर्षीय पुत्र अर्श और 10 माह की बेटी फातिमा खसरे की चपेट में आ गए। उनको सीएचसी आसफपुर पर दिखाया गया, जहां खसरे के लक्षण बताए गए थे। इसके बाद उनका इलाज बरेली के निजी अस्पताल में चला, जहां बीते दिनों इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
आठ बच्चों में खसरा की पुष्टि
उनकी मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव 46 बच्चों में खसरा के लक्षण देखते हुए उनका सैंपल लेकर जांच को लखनऊ की एफएसएल में भेजा गया। वहां से जो रिपोर्ट आई उसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़ा दिए। जांच रिपोर्ट में पता चला कि आठ बच्चों में खसरा की पुष्टि की गई है। गुरुवार को आसफपुर सीएचसी से 42 डॉक्टर और स्टाफ की आठ टीमें गांव में पहुंचीं और अलग-अलग मुहल्लों में कैंप लगाकर 450 बच्चों को टीका लगाया गया।
बिजौरी-वरगवां में भी खसरे का प्रकोप टीम पहुंची
संग्रामपुर गांव के ही पास में मौजूद बिजौरी और वरगवां गांव में भी खसरे का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। यहां बच्चों में खसरे के लक्षण मिलने पर स्वास्थ्य विभाग की तीन-तीन टीमें दोनों गांव में पहुंचीं और बच्चों को टीका लगाया। टीकाकरण की प्रक्रिया बीपीएम आशुतोष शर्मा, डॉ. जहीर अहमद, सतपाल सिंह, एएनएम संध्या शर्मा, शोभा यादव, गीता सैनी, फरद निशाद, कोमल, रश्मि यादव, निकिता यादव, प्रीति सिंह ने पूरी की। गांव संग्रामपुर के प्रधान सहरोज नबी ने भी टीम का सहयोग किया।
आठ टीमें लगाई गई थीं, गांव में 90 प्रतिशत टीकाकरण कराया जा चुका है। एक सप्ताह के अंदर बचे हुए बच्चों को भी टीका लगा दिया जाएगा। – डॉ. पंकज शर्मा, एमओआईसी आसफपुर