जिस जेल में कभी माफिया अतीक अहमद की हुकूमत चलती थी, वही अतीक बृहस्पतिवार को अधिकारियों के सामने अपने बेटे अली से मिलने देने के लिए गिड़गिड़ा रहा था। उसने कई बार अफसरों से मिन्नतें कीं, लेकिन अली से वह नहीं मिल सका।

जिस जेल में कभी माफिया अतीक अहमद की हुकूमत चलती थी, वही अतीक बृहस्पतिवार को अधिकारियों के सामने अपने बेटे अली से मिलने देने के लिए गिड़गिड़ा रहा था। उसने कई बार अफसरों से मिन्नतें कीं, लेकिन अली से वह नहीं मिल सका।

सुबह न्यायालय में पेश होने से पहले अतीक ने अपने बेटे से मिलने की ख्वाहिश जेल अधिकारियों को बताई लेकिन शासन का निर्देश व जेल मैनुअल का हवाला देते हुए मुलाकात की अनुमति नहीं दी गई। वहीं अशरफ भी अली से मिलना चाहता था, किंतु इसकी इजाजत नहीं मिली।

बीती 27 मार्च को भी नैनी जेल पहुंचे अतीक व अशरफ की मुलाकात अली से नहीं हो सकी थी। 16 घंटे तक जेल में रहने के दौरान अतीक व अशरफ ने अली से मिलने की बात कही थी। वहीं अशरफ ने मुलाकात न होने पर नाराजगी दिखाते हुए बंदी रक्षकों से बहस भी की थी। शासन द्वारा सख्त निर्देश था कि अली की अतीक व अशरफ से मुलाकात न हो।

अशरफ व अली ने खोला रोजा, लेकिन खाया कुछ नहीं

जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का बेटा अली अहमद व अतीक का भाई अशरफ रोजा रखे हुए है। अली को हाई सिक्योरिटी सेल व अशरफ को हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है। असद की मौत की खबर से दोनों काफी परेशान थे, उन्होंने रोजा खोला, लेकिन कुछ भी नहीं खाया। हालांकि जेल प्रशासन द्वारा रोजे में दी जाने वाली सामग्री के साथ दोनों की बैरकों में शाम का बना भोजन भी भिजवाया गया था। वहीं अतीक ने गर्म पानी से दवा ली।

सूत्रों की माने तो उसे दूध भी दिया गया। जेल प्रशासन ने शाम का खाना अतीक की बैरक में भिजवाया था। वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर ने बताया कि न्यायालय में पेशी के बाद जेल में प्रवेश पर दोनों का मेडिकल कराया गया। स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान उनकी स्थितियां सामान्य थी। सभी की बैरकों में शाम का खाना भिजवाया गया था।