बाराबंकी। कोरोना के लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए विभाग पूरी तरह से सतर्क हो गया है। शासन से मिले निर्देशों के बाद एल-1, एल-2, और एल-3 अस्पताल चिह्नित करते हुए 1300 बेड आरक्षित किए गए हैं। जांच का दायरा और बढ़ा दिया गया है, गैर प्रांतों से आने वालों पर पूरी नजर रखी जा रही है। यदि कोई संदिग्ध मिलता है तो उसकी जांच कराने के आदेश जारी किए गए हैं। लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक करने तथा इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने तथा के निर्देश दिए गए हैं।शासन से मिले निर्देशों के बाद गदिया स्थित मेयो अस्पताल को एल-3 की श्रेणी में रखते हुए यहां के सभी 630 बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित कर लिए गए हैं। इसके अलावा सफेदाबाद स्थित हिंद अस्पताल और संयुक्त चिकित्सालय सिरौलीगौसपुर को एल-2 बनाया गया है। हिंद के 460 बेड और संयुक्त चिकित्सालय के 91 बेडों को मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर, सिद्धौर, त्रिवेदीगंज और बड़ागांव में कोरोना मरीजों के 30-30 बेड आरक्षित करते हुए इन अस्पतालों को एल-1 अस्पताल की श्रेणी में रखा गया है।

इस संबंध में कोरोना को लेकर शासन द्वारा जारी निर्देशों से अस्पतालों के संचालकों और अधीक्षकों को अवगत कराते हुए सभी प्रकार की तैयारियां जल्द से जल्द पूरी करने के आदेश दिए गए हैं। यह भी कहा गया है कि चिह्नित अस्पतालों में संसाधन और स्टॉफ की व्यवस्था करते हुए ड्यूटी लगाते हुए पूरा विवरण सीएमओ कार्यालय को उपलब्ध करा दिया जाए। इससे यदि कोविड का कोई गंभीर मरीज मिलता है तो तत्काल उसे उपचार की सुविधा मुहैया कराई जा सके।

जिन अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगे हैं और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध हैं वह पूरी तरह से चालू रखें जाए और दिन में कम से एक बार इन्हें चेक अवश्य किया जाए जिससे वक्त पर किसी प्रकार की असुविधा न उत्पन्न होने पाए। गैर प्रांतों से आने वाले पर पूरी नजर रखी जाए और संदिग्ध पाए जाने पर तत्काल जांच कराई जाए।
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ये है एल-1, एल-2, एल-3
एल-1 वह अस्पताल हैं इनमें कोरोना के ऐसे मरीजों को रखा जाता जो प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ हो सकते हैं। जबकि एल-2 उन कोरोना मरीजों के लिए बनाए गए हैं जो प्राथमिक उपचार के बाद स्वस्थ नहीं हो सकते हैं। ऐसे मरीजों को एल-2 में भर्ती किया जाएगा। एल-3 मेडिकल कॉलेज की श्रेणी वाले अस्पताल हैं इन अस्पतालों में ऐसे मरीजों को भर्ती किया जाएगा जो काफी गंभीर होंगे। ऐसे मरीजों के लिए यहां पर वेंटिलेटर आदि की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।

कोरोना मरीजों के लिए जिले के सात अस्पतालों चिह्नित किया गया है। यहां के संचालकों और अधीक्षकों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वह सभी प्रकार की तैयारियां जल्द से जल्द पूरी कर लें। यदि कहीं कोई दिक्कते हैं तो उससे अवगत कराया जाए जिससे उस समस्या का हल निकाला जा सके। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।
डॉ. अवेधश कुमार यादव, सीएमओ

14 और मिले पॉजिटिव, एक्टिव केस हुए 29
होम आइसोलेट दो व्यक्तियों के स्वस्थ होने का दावा
संवाद न्यूज एजेंसी
बाराबंकी। जिले में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैलने लगा है। बृहस्पतिवार को 14 और कोरोना संक्रमित मिलने से विभाग में खलबली मच गई है। जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि के बाद सभी संक्रमितों को होम आइसोलेट कराते हुए चिकित्सकों को इन पर नजर रखने के आदेश दिए गए है। जबकि होम आइसोलेट दो व्यक्तियों के स्वस्थ होने का दावा किया गया है। इस तरह से एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 29 तक पहुंच गई है।
जिले में कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को 651 लोगों ने कोरोना की जांच कराई। शाम को आई जांच रिपोर्ट के अनुसार जाटा बरौली में चार, हरख में एक, बडागांव में एक, दरियाबाद में तीन, शहरी क्षेत्र में पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जांच में कोविड पॉजिटिव की पुष्टि के बाद सभी को होम आइसोलेट करा दिया गया है तथा इनके संपर्क में आने वालों की जांच के आदेश दिए गए हैं।
नोडल अधिकारी डॉ. डीके श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम की निगरानी में सभी संक्रमितों को होम आइसोलेट किया गया है। कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए सतर्कता बहुत जरूरी है, बाजार में जाएं तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अवश्य करें। क्योंकि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है इसलिए पूरी तरह से सतर्क रहे।