मेरठ। कागज पर आई लव यू सोना बाबू लिखकर जागृति विहार निवासी सराफ कारीगर आशु रस्तोगी (26) ने रविवार को कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी। सोमवार तक फोन नहीं उठाने पर लोगों ने बंद दरवाजा तोड़ा तो घटना की जानकारी मिली। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने पड़ताल शुरू कर दी। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस आत्महत्या का कारण प्रेम-प्रसंग मानकर चल रही है।

जागृति विहार सेक्टर तीन निवासी आशू सदर सराफा बाजार में कारीगर था। तीन साल पहले उसकी शादी सूरजकुंड निवासी आशी से हुई थी। उसकी डेढ़ साल की बच्ची खुशी है। आशु का परिवार जागृति विहार सेक्टर तीन में संदीप गुप्ता के मकान में दूसरी मंजिल पर किराए पर रह रहा है। आशी सुरजकुंड रोड स्थित एक अस्पताल में नौकरी करती है। पुलिस के अनुसार रविवार को आशु पत्नी और बच्ची को सूरजकुंड स्थित ससुराल में छोड़कर घर आ गया था।

आशी ने रात 11 बजे आशू को फोन मिलाया, लेकिन फोन बंद रहा। सोमवार सुबह कई बार फोन किया, लेकिन मोबाइल बंद ही मिलने पर उसने भाई को इसकी जानकारी दी। इसके बाद घर आने पर मकान मालिक से आशु के बारे में पूछा तो बताया कि दो दिन से स्कूटी घर में ही खड़ी है। ऊपर पहुंचे तो दरवाजा बंद था। बाद में पास के लोगों को बुलाकर दरवाजा तुड़वाया गया। यहां आशू का शव फंदे से लटका मिला। सूचना पर मेडिकल पुलिस पहुंची। फोरेंसिक टीम ने भी जांच शुरू की।
थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह का कहना है कि मौके से एक कागज मिला है। इस पर आई लव यू सोना बाबू लिखा हुआ है। माना जा रहा है कि आशु का किसी लड़की से तो प्रेम-प्रसंग था।उसके मोबाइल में 120 मिस्ड कॉल्स रहीं। उसके मोबाइल की जांच की जा रही है। वहीं, सीओ सिविल लाइन अरविंद चौरसिया ने बताया कि आशु ने छत में लगे पंखे को खोलकर नीचे रखा हुआ था। इसके बाद कुंदे में रस्सी का फंदा लगाकर खुदकुशी की। उसके मोबाइल को कब्जे में ले लिया है। इस पर आने वाली काॅल्स के आधार पर जांच की जा रही है।


पत्नी बोलीं, पति उसे नहीं कहते थे सोना बाबू
– सराफा कारीगर की पत्नी आशी ने कहा कि उनके पति उसे सोना बाबू नहीं कहते थे। इसलिए पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस शब्द किसके लिए प्रयोग किए गए होंगे।