उत्तर प्रदेश के विपक्षी दलों ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में अपनी जमीन गौतमबुद्ध नगर जनपद से तैयार करनी शुरू कर दी है और इसी के तहत विभिन्न दलों के बड़े-बड़े नेता यहां चल रहे विभिन्न किसान संगठनों के धरना-प्रदर्शनों में शामिल होने लगे हैं। ऐसी चर्चा है कि दो-तीन दिन के अंदर समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी किसानों के धरना-प्रदर्शन के समर्थन में नोएडा आ सकते हैं। किसानों को समर्थन देने सोमवार को पहुंचे सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान ने अखिलेश यादव के आगमन के संकेत दिए हैं।

किसानों ने तय की है राजनीति की दशा और दिशा

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पहुंचकर वहां 50 दिन से चल रहे किसानों के धरना-प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत सोमवार को जेवर के सबौता कट पहुंचे तथा किसानों के समर्थन में रैली की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन और किसानों की भूमिका राजनीति में काफी महत्व रखती है। इससे पहले भी कई बार किसानों ने राजनीति की दशा और दिशा तय की है। जनपद मे आने वाले दिनों में किसानों का आंदोलन और तेज होगा।

50 दिन से धरने पर बैठे हैं किसान
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पिछले 50 दिन से किसान अपनी समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं, जबकि पिछले 29 दिन से यमुना प्राधिकरण के सलारपुर क्षेत्र में किसान धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं भारतीय किसान परिषद ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर अब 16 जून से नोएडा प्राधिकरण पर अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन एवं तालेबंदी का ऐलान कर दिया है।