हसनपुर के मनौटा निवासी युवक को पुलिस ने संदिग्ध बाइक के साथ पकड़ लिया। आरोप है कि 35 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया। बाद में कुछ प्रभावशाली लोगों के पता चला तो पुलिस ने रकम लौटा दी। इससे गुस्साए कर्मियों ने आरोपी को पकड़कर जेल भिजवा दिया। नाराज परिजनों और क्षेत्र के लोगों ने सीओ से मिलकर मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।

कोतवाली क्षेत्र के गांव मनौटा निवासी रूपल देवी पत्नी कपिल चौहान सोमवार को रझेड़ा के प्रधान पति अंकित चौहान समेत तीस से अधिक लोगों के साथ पुलिस क्षेत्राधिकारी दीप पंत से मिलीं। रूपल देवी ने बताया कि 14 दिसंबर को हसनपुर पुलिस ने पति कपिल चौहान को चोरी की बाइक चलाने के शक में पकड़ा था।

जब पुलिस को मालूम हुआ कि युवक निर्दोष है तो बाद में उसे 35 हजार रुपये लेकर छोड़ दिया। इसके बाद कुछ प्रभावशाली लोगों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने रुपये वापस करा दिए। आरोप है कि पुलिस ने 28 हजार 500 रुपये वापस किए। रुपये वापस करने पर पुलिस गुस्सा हो गई।

इसके बाद योजना के तहत 24 दिसंबर को पुलिस ने पति कपिल चौहान को घर से उठा लिया और चुराई हुई संपत्ति छिपाने में सहायता करने का आरोप लगाते हुए आईपीसी की धारा 414 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भिजवा दिया। रूपल का का कहना है कि पति निर्दोष है।

पुलिस ने साजिश के तहत उसे जेल भेज दिया। कहा कि पति ने सिहाली जागीर से बाइक खरीदी थी। मुख्य आरोपी को पुलिस नहीं पकड़ रही। सीओ का कहना है कि शिकायत मिली है। जांच कराई जा रही हे। जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।