पटना-वाराणसी-अयोध्या का सफर अब और आसान
बनारस में अब कुल चार वंदे भारत

वाराणसी। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को वाराणसी समेत यूपी को कई बड़ी सौगात दी है। पीएम ने उत्तर प्रदेश को कुल 85 हजार करोड़ की रेल परियोजनाओं समेत चार वंदे भारत की सौगात दी है। जिसमें दो वंदे भारत की सौगात वाराणसी को मिली है। जनपद में दो वंदे भारत पहले से ही चल रही थी। अब दो और ट्रेन बढ़ जाने से यह संख्या चार हो गई है।

लखनऊ से रांची के लिए चलने वाली वंदे भारत वाराणसी आएगी। इसके साथ ही एक वंदे भारत पटना से गोमती नगर के लिए चलेगी। इससे पटना से अयोध्या और लखनऊ की राह आसान हो जाएगी। प्रधानमंत्री ने बनारस रेलवे स्टेशन पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ और ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र आउटलेट का भी लोकार्पण किया। इसके साथ ही पीएम ने बनारस रेल कारखाना में लोको शेड, पिट लाइन, कोचिंग डिपो का शिलान्यास किया। पीएम ने वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन पर स्थापित रेल कोच रेस्टोरेंट का लोकार्पण भी किया।

बनारस से रांची जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री ने वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन रांची से चल कर लोहरदगा, टोरी, डाल्टनगंज, गढ़वारोड, PDDU स्टेशन होते हुए आठ घंटे में बनारस पहुंचेगी। यह ट्रेन वाराणसी, PDDU होते हुए पटना जाएगी। यह ट्रेन रांची-वाराणसी का सफर मात्र 6 घंटे 20 मिनट में तय करेगी। ट्रेन रांची, डाल्टेनगंज के रास्ते वाराणसी पहुंचेगी। इस नई ट्रेन की रफ़्तार भी वर्तमान में चल रहे वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह ही 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की होगी।

15 मिनट रुकेगी वंदे भारत एक्सप्रेस

कैंट स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन राजधानी लखनऊ को बिहार की राजधानी पटना से जोड़ेगी। इसका संचालन वाराणसी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते होगा। अप और डाउन में कैंट स्टेशन पर यह ट्रेन 15 मिनट रुकने के बाद रवाना होगी। ट्रेन दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू, वाराणसी, अयोध्या धाम होते हुए लखनऊ जाएगी। पटना से सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर चलकर वाराणसी में 9 बजकर 30 मिनट पर पहुंचेगी। वहां से अयोध्या 12:25 और लखनऊ 2:45 बजे पहुंचेगी। लखनऊ से शाम 3:20 पर चलकर रात में 8:15 बजे वाराणसी पहुंचेगी। इसके बाद देर रात 11:45 बजे वह पटना पहुंचेगी।

कैंट स्टेशन पर वंदे भारत का भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री द्वारा वंदे भारत को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के बाद कैंट स्टेशन पहुंची ट्रेन का स्टेशन निदेकश गौरव दीक्षित की ओर से भव्य स्वागत किया गया। पटना से लखनऊ जाने वाली वंदे भारत के प्लेटफार्म नंबर सात पर पहुंचते ही सांस्कृति कार्यक्रमों से काशी की संस्कृति को यात्रियों तक पहुंचायी गयी। नियमित संचालन से पूर्व वाराणसी के रास्ते संचालित दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस कैंट स्टेशन पर आगमन हुआ।

18 मार्च से होगा नियमित संचालन

रांची से वाराणसी और पटना से लखनऊ वाया वाराणसी संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस का शेड्यूल सोमवार को देर शाम जारी कर दिया गया। ये गाड़ियां 18 मार्च से नियमित चलेगी। रेलवे की साइट पर इन ट्रेनों के टिकट की बुकिंग भी शुरू हो गई है। दोनों ट्रेनों में टी -18 कैटेगरी के आठ कोच लगाए गए हैं।

गाड़ी संख्या -20877 रांची – वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस गुरूवार को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह 5:10 बजे रांची स्टेशन से प्रस्थान करेगी। मूरी, बोकारो स्टील सिटी, कोडरमा, गया, सासाराम व पण्डित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते दोपहर एक बजे तक कैंट स्टेशन पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या – 20888 वाराणसी – रांची वंदे भारत एक्सप्रेस शाम 4:05 बजे कैंट स्टेशन से रवाना होगी। रात्रि 11:55 बजे तक रांची स्टेशन पहुंचेगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या -22345 पटना – गोमतीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में शुक्रवार छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह 6:05 बजे पटना से से चलेगी। आरा, बक्सर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के रास्ते सुबह 9:25 बजे कैंट स्टेशन से गुजरेगी। अयोध्या होकर दोपहर 2:30 बजे गोमतीनगर लखनऊ पहुंचेगी। वापसी में गाड़ी संख्या -22346 गोमतीनगर -पटना वंदे भारत एक्सप्रेस शाम 3:20 बजे रवाना होगी। रात्रि 8:05 बजे कैंट स्टेशन पर ठहराव लेकर रात्रि 11:55 बजे तक पटना पहुंचेगी।

अब चार वंदे भारत चलेगी बनारस से

बता दें कि बीते वर्ष 17 दिसम्बर को प्रधानमंत्री ने वाराणसी से काशी-तमिल संगमम एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। इसी दौरान पीएम मोदी ने वाराणसी से चलकर दिल्ली जाने वाली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। इस ट्रेन के संचालन के साथ ही वाराणसी से चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों की संख्या दो हो गई। इससे पहले चल रही वंदे भारत दिल्ली से वाराणसी आ रही थी। वहीं पीएम मोदी ने एक और वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा दी है। इसके बाद वाराणसी के गुजरने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस की संख्या तीन गई। इससे लखनऊ जाने वाले लोगों के लिए भी आसानी होगी।

‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ के स्टॉल शुरू

प्रधानमंत्री ने आज बनारस रेलवे स्टेशन पर ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ और प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र आउटलेट का भी लोकार्पण किया है। साथ ही बनारस स्टेशन पर प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJK) और वाराणसी सिटी स्टेशन पर रेल कोच रेस्टोरेंट का भी लोकार्पण किया। बनारस स्टेशन पर अब ब्लैक पॉटरी, लकड़ी के खिलौनों और बनारसी साड़ी, सारनाथ स्टेशन पर फ़ूड प्रोडक्ट (मिठाई) समेत मौसमी फल एवं वाराणसी सिटी रेलवे स्टेशन पर फ़ूड प्रोडक्ट्स (पापड़) मूंग के लड्डू, लकड़ी के खिलौने व साड़ी का स्टॉल लगाया गया है। रेल मंत्रालय ने ‘वोकल फॉर लोकल‘ दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए ‘वन स्टेशन वन प्रोडक्ट‘ (ओएसओपी) योजना शुरू की है।

लोकल फॉर वोकल पर फोकस

कैंट स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने बताया कि बनारस स्टेशन पर स्टॉल बनाए गए हैं। रेलवे स्टेशनों पर बिक्री आउटलेट के प्रावधान के माध्यम से काशी के कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों, हथकरघा बुनकरों, शिल्पकारों आदि को आजीविका के लिए एक बेहतर अवसर मिल रहा है। इसके साथ ही स्टेशन पर लगे स्टालों में भगवान कृष्ण की पीतल की मूर्ति, कालीन, चिकन जरी जरदोजी परिधान, कृषि हर्बल उत्पाद, टेराकोटा की कलाकृतियां, जूट उत्पाद, अचार, जैम, जेली, काला नमक चावल, ब्लैक पॉटरी, लकड़ी के खिलौने और केले के फाइबर उत्पाद के साथ ही कई ऐसे उत्पाद शामिल हैं जो वाराणसी और आसपास के जिलों में तैयार होते हैं।