काशी विश्वनाथ धाम की व्यवस्था आधी अधूरी,जिम्मेदार हुक्मरान अपनी व्यवस्था में ही मगन

    श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रखे कूलर में करंट उतरने से 6 लोग घायल हो गए हैं। मंदिर द्वार पर करंट लगते ही भक्त झटके से जमीन पर गिर गए। यह देख वहां पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में गंभीर तौर पर घायल हुईं 2 महिलाओं को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, अन्य लोगों को तेज झटका महसूस हुआ है।मंदिर परिसर में एम्बुलेंस सुविधा के बावजूद ई-रिक्शा से घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया गया। दर्शनार्थियों ने बताया कि घटना हुई तो एम्बुलेंस चालक की खोजबीन की जा रही थी। जब चालक नहीं मिला, तो फिर तत्काल ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंचाया गया।

    घायलों का करीब 2 घंटे तक चला इलाज

    फिलहाल, अभी करंट उतरने की वजह का पता नहीं चल सका है। लेकिन, विश्वनाथ मंदिर में इस तरह से करंट उतरना सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से बेहद गंभीर है और जिम्मेदार हुक्मरान को थोड़ी शर्म आनी चाहिए देश के कोने-कोने से लोग बाबा की श्रद्धा भाव को सम्मान व अपने आराध्य की पूजा के लिए आते हैं लेकिन वहां बैठे सेवादार और ड्यूटी में तैनात वर्दी वाले बाबा के दर्शन के नाम पर रोज हजारों रुपए की ठगी कर रहे हैं जो कड़वा सच है ! यही नहीं अजीब सी व्यवस्था का संचालन किया जा रहा है किसी को घंटों लाइन लगने के बाद भी दर्शन धक्का देकर धकेल दिया जाता है जो न मिलने के बराबर है और किसी को भी वीवीआईपी मानकर 5 मिनट में मंदिर गर्भ गृह में पहुंचा दिया जाता है और उनको विधिवत दर्शन के लिए छूट दे दी जाती है यह कहां तक उचित है ! !कृष्णा पंडित!!

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