यूक्रेन के ख़ुफ़िया विभाग ने पिछले साल एक रिपोर्ट दी थी. इसके मुताबिक़, उत्तर कोरिया के सैन्य अधिकारियों का एक छोटा सा समूह यूक्रेन में रूस के कब्ज़े वाले इलाके में गया था.ये अधिकारी इंजीनियरिंग यूनिट के थे. हालांकि, रूस ने इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की थी.इस साल 8 अक्तूबर को दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग युन ने कहा था, ‘‘ऐसा होने की संभावना ज़्यादा है कि यूक्रेन में रूस की मदद के लिए उत्तर कोरिया सैनिकों को तैनात कर सकता है.’’
वहीं, उत्तर कोरिया के सैन्य अधिकारियों की डोनबास में रूस के कब्ज़े वाले इलाके में हुई मौत के आरोपों पर दक्षिण कोरिया के मंत्री युन का कहना है कि इसके सच होने की “संभावना बहुत है.”दरअसल, इस साल जून में उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच विस्तृत रणनीतिक साझेदारी को लेकर एक संधि पर हस्ताक्षर हुए थे.
मंत्री युन ने इस बारे में योनहेप समाचार एजेंसी के दक्षिण कोरियाई संस्करण से कहा, ‘‘रूस और उत्तर कोरिया के बीच एक समझौता हुआ है, जो सैन्य गठबंधन के समान है. ऐसे में सेना को वहां भेजने की संभावना ज़्यादा है.”वैसे पहले भी ऐसी रिपोर्ट्स आ चुकी हैं, जिनमें कथित तौर पर उत्तर कोरिया के सैनिकों के यूक्रेन में रूस की मदद के लिए तैनात होने की बात कही जा चुकी है.
सितंबर 2023 में व्लादिमीर पुतिन ने ऐसी रिपोर्ट्स को “पूरी तरह से बकवास” बताया था. यह वो समय था, जब राष्ट्रपति पुतिन रूस के वास्तोचन स्पेस सेंटर में किम जोंग उन से मुलाक़ात कर रहे थे.जून 2024 में, जब पुतिन ने किम जोंग उन के साथ संधि पर हस्ताक्षर किए थे, तो उसमें आपसी रक्षा सहयोग की बात शामिल थी.तब उनसे (पुतिन) यूक्रेन में उत्तर कोरिया के सैनिकों को तैनात किए जाने को लेकर सवाल पूछा गया था.इस पर उन्होंने (पुतिन) कहा था, ‘‘हम इस बारे में किसी से भी नहीं पूछ रहे हैं, और किसी ने हमें ऐसा प्रस्ताव भी नहीं दिया है’’.